Indore Rajwada Visit : इंदौर के राजवाड़ा को लेकर मध्य प्रदेश कैबिनेट बैठक में महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर रजवाड़ा महल को बुधवार की रात तक आम जनता के लिए विशेष रूप से खोला गया है।
अभी हाल ही में यहां पर मुख्यमंत्री सहित मंत्री परिषद की कैबिनेट बैठक को दरबार के पारंपरिक स्वरूप में आयोजित किया गया था। जिसे देखने के लिए शहर वीडियो में उत्सुकता भरी हुई थी। राजवाड़ा मराठा काल और हिंदू विरासत के जीवंत उदाहरण में से एक है।

वही इस बार की सजावट में कई खास चीज मौजूद है। इस ऐतिहासिक स्थल को एक बार फिर से राज दरबार की भव्यता से सजाया गया था जैसे पहले पेशवा और होलकर के लिए सजाया जाता था।
इतना ही नहीं राजवाड़ा में मंत्रियों की बैठक दरबार शैली में आयोजित की गई थी। जिसमें पारंपरिक राजसी कुर्सियां सहित भव्य पंडाल और सांस्कृतिक साथ सजा का आयोजन किया गया था। वही भोजन व्यवस्था शुद्ध पारंपरिक भारतीय पद्धति पर आधारित थी। कांसे के बर्तन में विशेष शाकाहारी व्यंजन तैयार किए गए थे।
मंत्रियों का पहनावा भी भारतीय पारंपरिक वेश भूषा से सुसज्जित
इतना ही नहीं मंत्रियों का पहनावा भी भारतीय पारंपरिक वेश भूषा से सुसज्जित है। जिसमें धोती कुर्ता और अंग वस्त्र शामिल थे। साथ ही राजवाड़ा परिसर बगीचा और मुख्य सभा स्थल को फूलों और दीपों से सजाया गया था।
इस मामले में इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि शहर वासियों के लिए राजवाड़ा के भीतर कैबिनेट मीटिंग को लेकर भारी उत्साहहै। इसलिए इसे बुधवार रात तक के लिए खोला गया है। आमतौर पर यह सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है।
हिंदू शासकीय परंपराओं का प्रतीक
बता दे की इन्वेस्टर सबमिट और एनआरआई सम्मेलन के दौरान भी ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर से सजावट देखना हजार लोग यहां पहुंचे थे। वैसे ही एक बार फिर से इंदौर वासियों के राजवाड़ा पहुंचने की उम्मीद है। राजवाड़ा सिर्फ एक ऐतिहासिक इमारत नहीं बल्कि होलकर वंश की हिंदू शासकीय परंपराओं का प्रतीक है। यहां आयोजन दर्शाता है कि राजनीतिक निर्णय भी धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों की छांव में लिए जा सकते हैं।