पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने IPL 2025 को लेकर बीसीसीआई से भावुक अपील की है। सुनील गावस्कर ने कहा कि 17 मई से शुरू होने वाले टूर्नामेंट में पहलगाम आतंकी हमले के शहीदों के सम्मान में डीजे, संगीत, और चीयरलीडर्स के डांस पर रोक लगाई जाए। यह हमला, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, ने पूरे देश को झकझोर दिया था। गावस्कर का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और प्रशंसक उनकी संवेदनशीलता की तारीफ कर रहे हैं। आइए, उनकी इस अपील और इसके महत्व को विस्तार से जानें।
गावस्कर की भावुक मांग
75 वर्षीय गावस्कर, जिन्हें ‘लिटिल मास्टर’ के नाम से जाना जाता है, ने कहा कि IPL के बचे हुए 15-16 मैचों में उत्सव का माहौल नहीं होना चाहिए। पहलगाम हमले की भयावहता को याद करते हुए उन्होंने बीसीसीआई से अनुरोध किया कि संगीत और चीयरलीडर्स के डांस को हटाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाए। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, “गावस्कर जी का यह सुझाव दिल को छू गया।”

पहलगाम हमले का दर्द
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को गहरे सदमे में डाल दिया था। इस हमले के बाद IPL को 9 मई को रोक दिया गया था, जब धरमशाला में पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के मैच के दौरान हवाई हमले की चेतावनी मिली थी। गावस्कर ने उस दौरान लाइव टीवी पर हमले की निंदा की और शांति की अपील की थी। उनकी यह मांग उस भावना को आगे बढ़ाती है, जिसमें उन्होंने कहा, “खेल का उत्साह शहीदों के बलिदान के सामने फीका है।”
बीसीसीआई का रुख और बदलाव
बीसीसीआई ने पहले ही 23 अप्रैल के मैचों में चीयरलीडर्स के डांस, आतिशबाजी, और डीजे पर रोक लगाई थी। खिलाड़ियों ने काली पट्टी बांधी और एक मिनट का मौन रखा। गावस्कर की नई अपील पूरे टूर्नामेंट के लिए इस माहौल को बनाए रखने की मांग करती है। 17 मई से शुरू होने वाले IPL में RCB vs KKR जैसे बड़े मैच हैं, और फैंस उत्सुक हैं कि बीसीसीआई उनकी अपील पर क्या फैसला लेगी।
प्रशंसकों की उम्मीद और भविष्य
गावस्कर की यह अपील देश की भावनाओं को दर्शाती है। पहलगाम हमले के बाद युद्धविराम और IPL की वापसी से फैंस में उत्साह है, लेकिन गावस्कर का सुझाव टूर्नामेंट को संयमित और सम्मानजनक बनाने का है। क्या बीसीसीआई पूरे IPL 2025 को शहीदों के सम्मान में समर्पित करेगी? प्रशंसक उनकी इस संवेदनशील अपील का समर्थन कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि IPL इस बार क्रिकेट के साथ देश की एकता को भी दर्शाएगा।