सेना के साथ एक्शन प्लान, PM मोदी कर रहे हैं लगातार सेनाप्रमुखों से वन-टू-वन मीटिंग

पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार तीनों सेना प्रमुखों से मुलाकात कर पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ रणनीति पर चर्चा की। पीएम ने सेनाओं को कार्रवाई के लिए फ्री हैंड दिया है और सरकार ने सख्त जवाब की तैयारी शुरू कर दी है।

Srashti Bisen
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे पर तेज़ी से कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।

यह बैठक लगभग 40 मिनट चली और इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी अहम रणनीतिक चर्चा के तौर पर देखा जा रहा है। बैठक के बाद वायुसेना प्रमुख पीएम आवास से रवाना हो गए।

सेना प्रमुखों से पहले भी हो चुकी है मुलाकात

इससे पहले, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने 3 मई की शाम प्रधानमंत्री से भेंट की थी, जो लगभग एक घंटे तक चली। 30 अप्रैल को थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी पीएम मोदी से मुलाकात की थी, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी शामिल थे। इन अलग-अलग बैठकों का मकसद पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ भारत की संभावित कार्रवाई की रणनीति को अंतिम रूप देना बताया जा रहा है।

सीसीएस बैठक में मिला ‘फ्री हैंड’

गौरतलब है कि पीएम मोदी पहलगाम हमले के बाद लगातार सुरक्षा से जुड़ी उच्च स्तरीय बैठकों में शामिल हो रहे हैं। 26 अप्रैल को उन्होंने पहली बार कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक की थी, जिसमें रक्षामंत्री, एनएसए, सीडीएस और तीनों सेना प्रमुखों ने भाग लिया था। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने सेनाओं को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी कार्रवाई के लिए ‘फ्री हैंड’ देने का निर्णय लिया।

सरकार की ओर से स्पष्ट संकेत दिए गए हैं कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अब और रियायत नहीं देगा। प्रधानमंत्री मोदी ने यह साफ कर दिया है कि प्रतिक्रिया कब, कैसे और किस स्तर पर दी जाएगी, यह निर्णय पूरी तरह से सैन्य बलों के हाथ में होगा। केंद्र सरकार की नीति अब निर्णायक कार्रवाई की ओर बढ़ रही है और दोषियों को कड़ी सजा देने की तैयारी जोरों पर है।