आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। पांच बार की विजेता यह टीम पहली बार लगातार दो सीजन में प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई। 30 अप्रैल 2025 को पंजाब किंग्स के खिलाफ 4 विकेट से मिली हार ने उनकी अंतिम उम्मीदों पर भी विराम लगा दिया, जिससे फैंस में भारी निराशा देखने को मिली। 10 में से सिर्फ 2 जीत और -1.276 के नेट रन रेट के साथ टीम तालिका में सबसे नीचे रही। आखिर एमएस धोनी की अगुवाई वाली इस मजबूत टीम को क्या हुआ? आइए, उन 5 गलत फैसलों पर नजर डालें, जिन्होंने सीएसके को डुबो दिया।
रुतुराज गायकवाड़ की चोट और नेतृत्व का संकट
सीजन की शुरुआत में कप्तान रुतुराज गायकवाड़ की कोहनी में फ्रैक्चर ने टीम को झटका दिया। धोनी को फिर से कप्तानी संभालनी पड़ी, लेकिन 43 साल की उम्र में उनकी रणनीति पुरानी पड़ गई। अनिश्चितता ने टीम की एकजुटता को प्रभावित किया, और टॉस से लेकर प्लेइंग इलेवन तक के फैसले गलत साबित हुए।

चेन्नई ने नीलामी में अपनाई गलत रणनीति
सीएसके ने नीलामी में अनुभवी खिलाड़ियों पर ज्यादा भरोसा किया। रविचंद्रन अश्विन (9.75 करोड़) और नूर अहमद (10 करोड़) जैसे स्पिनरों पर बड़ा दांव लगाया, लेकिन युवा जोश की कमी खली। वैभव सूर्यवंशी जैसे युवा सितारों को अपनाने में अन्य टीमें आगे रहीं, जबकि सीएसके पुराने फॉर्मूले पर अटकी रही।
बल्लेबाजी में कमजोर शुरुआत
सीएसके की बल्लेबाजी पावरप्ले में लचर रही। रचिन रविंद्र, राहुल त्रिपाठी और डेवॉन कॉनवे जैसे सलामी बल्लेबाज लगातार फेल हुए। धोनी ने मध्य क्रम में बल्लेबाजी की, लेकिन उनकी धीमी पारियां (जैसे दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 30* रन, 26 गेंद) हार का कारण बनीं। मिडिल ऑर्डर ने भी निराश किया।
चेन्नई की स्पिन गेंदबाजी का पतन
सीएसके की ताकत रही स्पिन गेंदबाजी इस बार कमजोर पड़ गई। अश्विन और जडेजा ने मिलकर सिर्फ 8 विकेट लिए। नूर अहमद ने कुछ मौकों पर प्रभावित किया, लेकिन लखनऊ सुपर जायंट्स जैसे बल्लेबाजी आक्रमण के सामने वे बेअसर रहे।
चेन्नई की कैच छोड़ने की आदत
सीएसके की फील्डिंग इस सीजन में सबसे बड़ी कमजोरी बनकर उभरी। आईपीएल 2025 में टीम ने सबसे ज्यादा कैच छोड़े, जिससे उनके गेंदबाजों का मनोबल प्रभावित हुआ। खासकर पंजाब किंग्स के खिलाफ हालिया मुकाबले में 3 आसान कैच टपकाए गए, जिससे 190 रन का मजबूत स्कोर भी बचाना मुश्किल हो गया। यह सिर्फ एक मैच की बात नहीं है—खराब फील्डिंग ने पूरे सीजन में कई करीबी मुकाबलों को हार में बदल दिया और टीम की प्लेऑफ दौड़ को खत्म कर दिया।
अगले सीजन की राह कैसी हो?
सीएसके के लिए यह सीजन सबक है। सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग ने सुझाव दिया कि टीम को युवा खिलाड़ियों पर ध्यान देना होगा। धोनी की रणनीति और अनुभवी खिलाड़ियों पर निर्भरता अब काम नहीं कर रही। अगले सीजन में नई सोच और जोश के साथ वापसी की उम्मीद है।