मध्य प्रदेश का छिंदवाड़ा जिला, पहाड़, झरने और जंगल का शानदार नजारा, आपको ले जाएगा प्रकृति के करीब 

मध्य प्रदेश का यह आदिवासी जिला सिर्फ प्रकृति के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी संस्कृति के लिए भी मशहूर है। यहाँ के गोंड और भील आदिवासी अपनी कला और परंपराओं से सबका दिल जीत लेती हैं।

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मध्य प्रदेश का छिंदवाड़ा जिला, एक ऐसी जगह है जो प्रकृति की खूबसूरती से भरी है। यहाँ ऊँची-ऊँची पहाड़ियाँ, हरे-भरे जंगल और झरनों की आवाज हर किसी को अपनी ओर खींचती है। यह जगह किसी हिल स्टेशन जैसी ही ठंडी और शांत है। पातालकोट की गहरी घाटियाँ और अनहोनी गाँव का गर्म पानी का झरना इसे और खास बनाते हैं। यहाँ आकर मन को बहुत सुकून मिलता है।

पातालकोट – एक जादुई जगह

पातालकोट इस जिले की सबसे खास जगह है। यह एक गहरी घाटी है, जो हरे-भरे जंगलों से घिरी है। यहाँ का नजारा इतना सुंदर है कि हर कोई इसे देखकर हैरान रह जाता है। यहाँ के आदिवासी लोग अपनी संस्कृति और रीति-रिवाजों से इस जगह को और अनोखा बनाते हैं। पातालकोट में घूमना और जंगल की सैर करना बहुत मजेदार है।

झरनों और जंगलों की मस्ती

छिंदवाड़ा में झरने और जंगल इस जगह को और भी शानदार बनाते हैं। तामिया और धूपगढ़ जैसी जगहें ठंडी हवा और सुंदर नजारों के लिए मशहूर हैं। जामुनझिरी और रजत प्रपात जैसे झरने गर्मी में ठंडक देते हैं। सतपुड़ा की पहाड़ियाँ और सतपुड़ा नेशनल पार्क जानवरों को देखने वालों के लिए भी बहुत अच्छा है।

छिंदवाड़ा क्यों है खास?

मध्य प्रदेश का यह आदिवासी जिला सिर्फ प्रकृति के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी संस्कृति के लिए भी मशहूर है। यहाँ के गोंड और भील आदिवासी अपनी कला और परंपराओं से सबका दिल जीत लेती हैं। यह जगह प्रकृति और संस्कृति दोनों को पसंद करने वालों के लिए बहुत अच्छी है।