इंदौर में ठगी का नया मामला, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के बेटे का नाम आया सामने, क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज

इंदौर में एक व्यक्ति ने खुद को मिलिंद महाजन बताकर मिडवेस्ट ऑटो मोबाइल कंपनी के साथ 18 लाख रुपए की ठगी की कोशिश की। फर्जी दस्तावेज और ईमेल के जरिए की गई इस साजिश का खुलासा होने पर कंपनी ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया।

Abhishek Singh
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इंदौर में एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है, जिसमें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के बेटे मिलिंद महाजन के नाम का दुरुपयोग कर ठगी का प्रयास किया गया। एक व्यक्ति ने स्वयं को मिलिंद महाजन बताकर मिडवेस्ट ऑटो मोबाइल कंपनी के साथ धोखाधड़ी करने की योजना बनाई। उसने फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक को ईमेल के माध्यम से 18 लाख रुपए से अधिक की राशि दो अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करने का निर्देश दिया। जब इस लेनदेन पर संदेह हुआ, तो कंपनी ने तत्काल क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

नकली पहचान और ईमेल के जरिए ठगी की चाल

जब बैंक मैनेजर ने कंपनी को ईमेल की जानकारी दी, तो यह स्पष्ट हुआ कि वह ईमेल आईडी मिडवेस्ट ऑटो मोबाइल की अधिकृत आईडी नहीं थी। जांच में सामने आया कि आरोपी ने मिलिंद महाजन के नाम से फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे और कंपनी की एक नकली ईमेल आईडी का उपयोग किया गया था। पत्र में दर्ज मोबाइल नंबर भी मिलिंद महाजन का नहीं था। बैंक मैनेजर की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के चलते यह ठगी होने से बच गई और समय रहते पुलिस को सूचित कर दिया गया।

मैनेजर की सूझबूझ से बच गई बड़ी साइबर ठगी

मिडवेस्ट ऑटो मोबाइल कंपनी के एचआर अधिकारी अभिषेक शर्मा ने मंगलवार को क्राइम ब्रांच में उपस्थित होकर ठगी की कोशिश को लेकर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि कंपनी का खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की साजन नगर शाखा में है। सोमवार को शाखा प्रबंधक को दो बार एक कॉल प्राप्त हुई, जिसमें कॉल करने वाला स्वयं को मिलिंद महाजन बताकर 18 लाख रुपए से अधिक की राशि दो अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करने की मांग कर रहा था। इसके साथ ही आरोपी ने कंपनी की एक फर्जी ईमेल आईडी का उपयोग करते हुए मिलिंद महाजन के नाम से एक पत्र भी भेजा। जब पत्र में दिए गए मोबाइल नंबर का मेल कंपनी के रिकॉर्ड से नहीं मिला, तो बैंक मैनेजर को संदेह हुआ और उन्होंने तुरंत कंपनी से संपर्क कर मामले की पुष्टि की।

अब वॉटर कंपनी बनी जालसाजी का नया निशाना

जांच के दौरान एक और खुलासा हुआ कि कुछ दिन पूर्व वॉटर कंपनी के नाम से मिलिंद महाजन की कंपनी को दो लोडिंग गाड़ियों की बुकिंग के संबंध में कॉल प्राप्त हुआ था। कॉल करने वाले व्यक्ति ने कंपनी के लेटरहेड पर कोटेशन और दस्तावेज भेजने की मांग की थी, जिन पर मिलिंद महाजन के हस्ताक्षर भी दर्शाए गए थे। संदेह होने पर जब वॉटर कंपनी से संपर्क किया गया, तो यह स्पष्ट हुआ कि कॉल करने वाला व्यक्ति फर्जी था। इसी मोबाइल नंबर से बैंक को भी कॉल किए जा रहे थे। पुलिस अब इस पूरे मामले में आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार करने की दिशा में कार्रवाई कर रही है।