श्यामा या रामा..घर में कौन-सा तुलसी का पौधा लगाना हैं मंगलकारी? जानें क्या हैं दोनों में अंतर?

रामा तुलसी और श्यामा तुलसी दोनों के अलग-अलग फायदे होते हैं। रामा तुलसी घर में सुख-शांति और समृद्धि लाने के लिए आदर्श मानी जाती है, जबकि श्यामा तुलसी आयुर्वेदिक उपचार में उपयोगी होती है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है।

swati
Published:

Shyama or Rama Tulsi : हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह घर के वातावरण को शुद्ध करने और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने का भी एक प्रभावी माध्यम है। इसे भगवान विष्णु की प्रिय माँ लक्ष्मी का वास माना जाता है, यही कारण है कि लगभग हर घर में तुलसी का पौधा देखा जाता है। रोज़ाना तुलसी की पूजा और उसमें जल अर्पित करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं।

क्या आप जानते हैं कि तुलसी के दो मुख्य प्रकार होते हैं? एक है रामा तुलसी और दूसरा है श्यामा तुलसी। दोनों में भले ही समान गुण हों, लेकिन इन दोनों के बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर भी हैं, जो उनके प्रभाव और फायदे को प्रभावित करते हैं। घर में तुलसी का पौधा लगाने के कई फायदे होते हैं, ऐसे में यह सवाल अक्सर उठता है कि कौन सी तुलसी लगानी चाहिए, जो शुभ और लाभकारी हो।

रामा तुलसी और श्यामा तुलसी का अंतर (Shyama or Rama Tulsi)

रामा तुलसी (Rama Tulsi)

रामा तुलसी का पौधा हरा और सुखदायक होता है। इसकी पत्तियां हल्की हरी और स्वाद में मीठी होती हैं। यह तुलसी भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को विशेष रूप से प्रिय मानी जाती है। रामा तुलसी को ‘श्री तुलसी’ या ‘लकी तुलसी’ के नाम से भी जाना जाता है। इस तुलसी को घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, और घर में सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।

श्यामा तुलसी (Shyama Tulsi)

श्यामा तुलसी, जिसे कृष्ण तुलसी भी कहा जाता है, रामा तुलसी से अलग होती है। इसका रंग हल्का बैंगनी या काला होता है और इसकी पत्तियां स्वाद में थोड़ी कड़वी और तीखी होती हैं। श्यामा तुलसी का उपयोग मुख्य रूप से आयुर्वेदिक उपचारों में किया जाता है। इसके औषधीय गुण बहुत प्रभावी होते हैं, और यह विशेष रूप से काढ़ा बनाने और शरीर को भीतर से मजबूत बनाने के लिए प्रसिद्ध है।

रामा तुलसी के फायदे

रामा तुलसी को आमतौर पर घरों में लगाया जाता है, क्योंकि इसके पौधे को लेकर मान्यता है कि यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इसे ‘लकी तुलसी’ भी कहा जाता है क्योंकि माना जाता है कि इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। इसके नियमित पूजा से विष्णु और लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यही कारण है कि रामा तुलसी को खासतौर पर पूजा और आराधना के लिए आदर्श माना जाता है।

श्यामा तुलसी के फायदे

श्यामा तुलसी, जिसे कृष्ण तुलसी भी कहा जाता है, औषधीय दृष्टिकोण से अत्यधिक प्रभावी होती है। आयुर्वेद में इसका विशेष महत्व है और यह कई रोगों के उपचार में प्रयोग की जाती है। श्यामा तुलसी के पत्ते कड़वे होते हैं, लेकिन यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, जुकाम, खांसी और अन्य संक्रमणों को दूर करने में सहायक मानी जाती है। इसके अलावा, यह शारीरिक और मानसिक थकान को भी दूर करने में मदद करती है। श्यामा तुलसी का नियमित सेवन आपको स्वस्थ और ताजगी से भरपूर बना सकता है।

किस दिशा में लगाए तुलसी का पौधा?

तुलसी को हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है, और उसकी पूजा का विशेष महत्व है। इसलिए, तुलसी के पौधे को घर की सही दिशा में लगाना बेहद जरूरी है। उत्तर दिशा, जिसे कुबेर की दिशा भी कहा जाता है, तुलसी के पौधे के लिए सबसे शुभ मानी जाती है। यदि आप इस दिशा में तुलसी मां की पूजा करते हैं, तो आपके घर में धन, सुख, शांति और समृद्धि का वास रहेगा।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल के सामान्य सूचना है। इसे अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।