नहीं रहे राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास, 85 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का निधन हो गया है। वे पिछले 34 वर्षों से रामलला के पुजारी थे और आज सुबह उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। उन्हें ब्रेन स्ट्रोक के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का बुधवार, 12 फरवरी को निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से ब्रेन हेमरेज (मस्तिष्क रक्तस्राव) के कारण गंभीर स्थिति में थे और उनका इलाज लखनऊ स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में चल रहा था।

आचार्य सत्येंद्र दास को 3 फरवरी को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां भी थीं। अस्पताल ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आचार्य सत्येंद्र दास जी ने 85 वर्ष की आयु में पीजीआई में अपनी अंतिम सांस ली। वह तीन फरवरी से ही अस्पताल में भर्ती थे और उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें न्यूरोलॉजी वार्ड के एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) में रखा गया था।

अस्पताल के अधिकारियों ने यह भी बताया कि आचार्य जी का इलाज शुरू से ही कठिन था, क्योंकि उनकी तबीयत में सुधार नहीं हो पा रहा था और उन्होंने आज बुधवार सुबह अंतिम सांस ली।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने व्यक्त किया शोक

नहीं रहे राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास, 85 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आचार्य सत्येंद्र दास के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “परम रामभक्त, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, श्री अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य श्री सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद और सामाजिक व आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे तथा शोक संतप्त शिष्यों और अनुयायियों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!”