इंदौर (Indore News) : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) जन आशीर्वाद यात्रा के तहत इंदौर आए। इस दौरान आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने ड्रोन से संबंधित सवाल पर श्री सिंधिया ने कहा कि आने वाले दशक में ड्रोन टेक्नोलॉजी हम सबकी ज़िंदगी में कई सुविधाएं लाने की क्षमता रखती है। इसके लिए नियम बना दिए गए हैं। ड्रोन के लिए भी फ्लाइट पास निर्धारित किए जाएंगे।
श्री सिंधिया ने कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी प्रधानमंत्री के दिल के साथ जुड़ा मुद्दा है। जिस तरह से सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी ) ने पूरे विश्व की कार्य प्रणाली को बदल कर रख दिया, वैसे आने वाले दशक में ड्रोन टेक्नोलॉजी हमारी – आपकी ज़िंदगी में सहूलियत लाने की क्षमता रखती है। ड्रोन टेक्नोलॉजी के लिए रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के साथ मिलकर नियम भी बना दिए हैं, कि देश के हवाई अड्डों के आसपास या अन्य क्षेत्रों के आसपास 200-400 मीटर तक ऊंचाई पर कौनसा रंग लाल, पीला या हरा रहेगा। इन नियमों को अधिसूचित भी कर दिया है।
मिसाल के तौर पर जिस तरह आज उड़ान /हवाई सफर के लिए एटीसी से अनुमति लेनी पड़ती है, वैसे ही पूरे देश में ड्रोन के लिए भी लायसेंस और अनुमति लेनी पड़ेगी जो सरलता से मिल जाएगी। जो एक सॉफ्टवेयर से निर्धारित होगी। जैसे ही ड्रोन का पंजीयन होगा, उसी पोर्टल पर आपको ग्रीन सिग्नल मिल जाएगा और आप अपना ड्रोन स्वयं चला पाएंगे। इसके लिए ड्रोन के भी फ्लाइट पास निर्धारित किए जाएंगे।
कृषि क्षेत्र में ड्रोन के उपयोग पर श्री सिंधिया(Scindia) ने कहा कि इस क्षेत्र में मैपिंग की शुरुआत हो चुकी है, हमारी कोशिश है कि देश के प्रत्येक किसान की ज़मीन का ड्रोन के आधार पर रेखांकन हो और वह अपनी ज़मीन से जुड़े दस्तावेज़ों (7 -12) जो उसकी पहचान है, के आधार पर उसके हाथ में अधिकार पत्र हो और वह एक कदम आगे बढ़कर अपनी ज़मीन के विरुद्ध ऋण भी ले सके, जो पहले सम्भव नहीं था। ड्रोन टेक्नोलॉजी का कृषि क्षेत्र में भरपूर उपयोग किया जाएगा।