जैसा कि आप सभी जानते हैं कि ज्योतिष के अनुसार हमारे भाग्य के अनुसार ग्रह में परिवर्तन होता रहता है। हमारे ग्रह की वजह से हमारे राशियां प्रभावित होती है क्योंकि जब भी ग्रह और नक्षत्र चेंज होते हैं तो उनका सीधा असर हमारी राशि पर पड़ता है। गृह को शांत करने के लिए हम कई तरह के उपाय करते हैं।
यदि हम किसी ज्योतिषशास्त्र की गणना को माने तो उनके द्वारा बताई गई विधि सटीक बैठती हैं। वहीं ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, शुक्र को भौतिक सुखों को प्रदान करने वाला बताया गया है। कहते हैं कि जिन लोगों की कुंडली में शुक्र की स्थिति उच्च और शुभ की होती है, उन्हें पैसों का अभाव नहीं होता है।
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को भौतिक सुखों को प्रदान करने वाला बताया गया है। शुक्र ग्रह धन, वैवाहिक जीवन, प्यार, सौंदर्य, ऐश्वर्य और विलासिता का कारक माना गया है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र को शुभ ग्रहों की लिस्ट में शामिल किया गया है। कहते हैं कि जिन लोगों की कुंडली में शुक्र की स्थिति उच्च और शुभ की होती है, उन्हें पैसों का अभाव नहीं होता है।
शुक्र को ज्योतिष शास्त्र में वृषभ और तुला राशि का स्वामी ग्रह बताया गया है। कन्या राशि शुक्र की उच्च राशि में नहीं गिनी जाती है। ऐसे में शुक्र ग्रह का कन्या राशि में गोचर कमजोर माना जा रहा है। जानिए किन राशि वालों को शुक्रदेव देंगे शुभ परिणाम-
वृषभ राशि:
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, शुक्र का गोचर आपके पंचम भाव में हो रहा है। शुक्र गोचर के प्रभाव आपकी आय में वृद्धि हो सकती है। इस दौरान कोई बड़ा प्रोजेक्ट हाथ लग सकता है। कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान की प्राप्ति होगी।
मिथुन राशि:
शुक्र गोचर के दौरान आपको शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। शुक्र का राशि परिवर्तन आपके करियर के लिहाज से शुभ है। शुक्र का गोचर आपके चौथे भाव में होने से व्यापार में भी लाभ के योग बनेंगे।
सिंह राशि:
सिंह राशि वालों को गोचर काल में संपत्ति लाभ हो सकता है। निवेश के लिए इच्छुक लोगों के लिए समय शुभ है।
तुला राशि:
तुला राशि वालों को व्यापार में मुनाफा हो सकता है। शुक्र गोचर के प्रभाव से आपको गोचर काल में शुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान आपकी आय में वृद्धि हो सकती है।
कुंभ राशि:
कुंभ राशि वालों को करियर में नए अवसर प्राप्त होंगे। कार्यों में सफलता हासिल होगी। धन लाभ के योग बनेंगे।