इंदौर(Indore News) – रविंद्र कुमार कपूरिया पुत्र हेमराज कपूरिया, एक पथ प्रदर्शक के रूप में अवतरित हुए। उनका समस्त जीवन अनुकरणीय है निरंतर सफलता के आयाम छूते हुए उन्होंने 1967 में आई.एफ.एस. कैडर प्राप्त किया। उन्होंने अपने प्रत्येक कार्य को पूर्ण दक्षता के साथ संपन्न किया, चाहे वह वन प्रबंधन हो, चाहे कार्यालयीन प्रबंधन हो, जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उनका कार्य अनुकरणीय रहा है। अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से शुरुआत करते हुए, वन विभाग को अपनी अभिन्न सेवा देने के पश्चात वर्ष 1992 में चीफ कंजरवेटर के पद से सेवानिवृत्त हुए।
वह सफल कार्यपालिक अधिकारी के साथ एक उत्कृष्ट खिलाड़ी भी थे। वे छात्र जीवन से ही क्रिकेट बैडमिंटन हॉकी टेनिस में विशेष रूचि रखते थे। खेलों के प्रति लगाव से उन्होंने अपने जीवन काल में खेलों में बहुत सी ट्रॉफी व मेडल जीते। वे पर्यावरण प्रेमी भी थे उन्हें वृक्षों से भी अत्यंत लगाव था। उनका संपूर्ण जीवन जीवटता से जीवन जीने की मिसाल रहा हैं। उनका समाज, विभाग व परिवार हेतु किया गया