आज सवान का आखिरी सोमवार है। इसके बाद 22 अगस्त को श्रावण मास की पूर्णिमा पर रक्षाबंधन के साथ इस पवित्र माह की समाप्ति होगी। बता दे, इस साल सावन की शुरुआत 23 जुलाई शुक्रवार से हुई थी। दरअसल, इस बार भाई-बहन के प्यार का सबसे बड़ा त्योहार रक्षाबंधन रविवार को पड़ रहा है।
पिछले साल ये त्यौहार फीका रहा था। लेकिन इस बार बाजारों में हलचल देखी जा रही है। वहीं सबसे अच्छी बात यह है कि इस बार पर्व पर अशुभ फल देने वाली भद्रा का साया नहीं पड़ेगा। दरअसल, ऐसे में दिनभर में 11 घंटे 16 मिनट का मुहूर्त रहेगा। इस मौके पर मंगलकारी शोभन व धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग बनेगा।
आज आखिरी सोमवार पर शिवालयों में उमड़े श्रद्धालु –
आज सावन के आखिरी सोमवार पर मंदिर में सुबह से भीड़ है। ऐसे में खासकर शिवालयों में हर कोई भगवान शंकर को प्रसन्न कर रहा है। साथ ही आज के दिन विशेष अनुष्ठान हो रहे हैं। बता दे, इस दिन अभिषेक का भी विशेष महत्व है।
माना जात है कि जो कोई इन्सानदही, शुद्ध घी, पंच फल, कपूर, धूप, दीपक, कच्चा दूध, इत्र, पंचरस, पवित्र जल, गंगाजल, पांच प्रकार के मिष्ठान, बेलपत्र, धतूरा, भांग, पंचमेवा, आम्र मंजरी, तुलसी दल, मंदार पुष्प, जौ, दक्षिणा, चांदी, सोना, रत्न, रुई, पार्वती जी के सोलह श्रृंगार के समान के साथ आज के दिन भगवान शिव की पूजा करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है।
श्रावण सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा या अभिषेक करते समय ऊँ नम: शिवाय का पाठ करें। इसके अलावा अभिषेक के मंत्र याद न होने पर महामृत्युंजय मंत्र – ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।। के साथ घर पर भी अभिषेक कर सकते हैं।