अर्जुन राठौर
क्या कोई सोच सकता है कि हयात रीजेंसी जैसी पांच सितारा होटल में भी कर्मचारियों को वेतन बांटने के लाले पड़ सकते हैं और वेतन नहीं बढ़ने के कारण होटल में ताले लगने की नौबत आ सकती है लेकिन ऐसा हुआ है मुंबई में मुंबई के होटल हयात रीजेंसी में लगातार बढ़ते हुए आर्थिक घाटे के कारण होटल में ताला लगाने की नौबत आ गई और कर्मचारियों से कह दिया गया है कि वह कहीं और काम ढूंढ ले क्योंकि होटल के पास उन्हें देने के लिए वेतन नहीं है ।
होटल मालिकों के इस निर्णय ने सैकड़ों कर्मचारियों को सड़क पर ला दिया है । पांच सितारा होटल हयात रीजेंसी समूह के पूरे देश में 32 होटल से हैं और अधिकांश की हालत बहुत खराब होती जा रही है इन के घाटे लगातार बढ़ते ही चले जा रहे हैं पिछले डेढ़ वर्ष में कोरोना के कारण पर्यटन उद्योग बुरी तरह से बर्बाद हो चुका है ।कोरोना की पहली लहर ने होटल व्यवसाय को गहरी आर्थिक चोट पहुंचाई थी लेकिन दूसरी लहर के बाद तो होटल बर्बादी की कगार पर पहुंच चुके हैं हयात रीजेंसी के साथ ही अन्य बड़े होटल समूह के भी घाटे बढ़ते चले जा रहे हैं सायाजी ग्रुप का घाटा भी बहुत अधिक बढ़ चुका है ।
फेडरेशन ऑफ होटल इंडस्ट्रीज का कहना है कि लॉकडाउन के कारण होटल इंडस्ट्री को 1.58 करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा और इसके साथ ही 3 करोड़ से अधिक कर्मचारियों की नौकरी पर भी प्रश्नचिन्ह लग गए हैं फेडरेशन ऑफ होटल के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि सरकार ने होटल उद्योग को टैक्स में ,बिजली तथा अन्य खर्चों में छूट नहीं दी तो वे पूरी तरह से बंद होने की कगार पर पहुंच जाएंगे ।