मध्य प्रदेश में लंबे समय के बाद अधिकारी कर्मचारियों में असंतोष की लहर दौड़ने लगी है। पाँच वर्षों से पदोन्नति से वंचित अधिकारी कर्मचारी अब और अधिक सहने को तैयार नहीं है। आज RTO , राजस्व ,स्वास्थ्य सहित अनेक विभागों में एक दिन का सामूहिक अवकाश लेकर 3 लाख से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर है। हड़ताल का आह्वान अधिकारी- कर्मचारियों के संयुक्त मोर्चे की तरफ़ से किया गया है।
आज की हड़ताल वैसे तो प्रतीकात्मक है लेकिन सरकार ने जल्द कोई सकारात्मक पहल नहीं की तो मध्य प्रदेश में खुलकर विरोध और लंबे समय तक सरकारी कामकाज ठप्प होने की पूरी संभावना है। सरकारी अधिकारी कर्मचारी चाहे वे किसी भी वर्ग के हो अब यह खुलकर कहने लगे हैं कि मध्य प्रदेश में पदोन्नति की राह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ही रोड़ा अटकाया है।
ऐसे में अगर मुख्यमंत्री ने पदोन्नति के रास्ते नहीं खोले तो यह उनके अभी तक के निष्कंटक कार्यकाल में एक बड़ा अवरोध बनने वाला है और प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में भी इसका खामियाजा सत्तारूढ़ दल बीजेपी को उठाना पड़ सकता है .