एक लोकप्रिय उदीयमान कलाकार सुशांत सिंह राजपूत की दुखद मृत्यु को एक वर्ष हो गया है। उसकी अस्वाभाविक मृत्यु को लेकर भारतीय टीवी चैनलों के इतिहास मे एक असाधारण जुनूनी और लंबा प्रसारण छाया रहा। इस घटना ने एक बड़े सीरियल का रूप ले लिया जिसमें ग्लैमर, नशा, राजनीति, न्यायालय और पुलिस सहित सभी सरकारी प्रवर्तन एजेंसियां भी सम्मिलित थी। टीवी पर इतने समय तक 24×7 प्रसारण से स्पष्ट है कि जनता भी इसे रुचि से देख रही थी। चैनलें कोरोना और गिरती अर्थव्यवस्था से अनभिज्ञ हो गईं।
लगातार देखने के बावजूद जो लोग इसका घटनाक्रम भूल चुके हैं उनके लिए बता दूँ कि सुशांत सिंह का शव उसके मुम्बई स्थित फ़्लैट में एक रस्सी से लटका मिला था।परिवार सहित अन्य अनेक लोगों ने इसे तत्काल हत्या का प्रकरण बता दिया और उसकी प्रेमिका रिया चक्रवर्ती को हत्यारा होने और उस पर धोखाधड़ी करके सुशांत का पैसा हड़पने का आरोप भी लगा दिया।
इसके बाद कार्रवाई की एक श्रृंखला चल पड़ी। मुंबई पुलिस ने नियमानुसार जाँच पड़ताल प्रारंभ की, परन्तु आश्चर्यजनक तरीक़े से बिहार पुलिस ने पटना में एफ़आइआर दर्ज कर ली। सुप्रीम कोर्ट ने सुशांत की म%E