एक बार फिर महू हुआ जातिवाद की घटना से शर्मसार

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डॉक्टर अंबेडकर संविधान निर्माता भारत रत्न विश्व विख्यात के जन्मस्थली डॉक्टर अंबेडकर नगर महू में एक बार फिर जातिवाद की घटना का जहर सामने आया है घटना महू तहसील के ग्राम बेरछा की है जहां सेना अपने जवानों को प्रशिक्षण भी देती है यह सेना का गोद लिया हुआ गांव भी है और एक आदर्श ग्राम पंचायत भी यहां की महिला सरपंच महोदया सुमन बाई निनामा को देश की प्रथम महिला राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है उनके कार्यों के लिए।

लेकिन आज ग्राम पंचायत के कुछ उच्च जाति के जातिवादी मानसिकता के लोग उन्हें पद से इस्तीफा देने के लिए दबाव बना रहे हैं साथ ही निम्न जाति का कहकर उन्हें काम नहीं करना आता पंचायत सम्भालना नही आता कहकर पद से हटने ओर पंचायत को किराए पर चलाये जाने का बोलकर जान से मारने की धमकी देकर दबाव बना रहे हैं सभी जागरूक साथियों को इस ओर ध्यान देना होगा की पूर्व में भी ग्राम पंचायत में इस तरह की घटनाएं हुई है.

भ्रष्टाचार का आरोप भी सरपंच महोदय पर लगाया गया लेकिन जांच में स्पष्ट हो गया कि एक रुपए का गबन नहीं हुआ है और जांच टीम अपनी रिपोर्ट जिला पंचायत इंदौर को सौंप दी गयी जिसमें पंचायत के खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई आरोप सिद्ध नहीं हो सका, श्रीमती सुमन बाई पूर्व में भी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर सरपंच रही है दूसरी बार जब उन्हें पार्टी से टिकट नहीं दिया तो वह अपने विकास कार्यों के दम पर ही निर्दलीय चुनाव मैदान में आ गई और विजय भी हुई।

ग्राम पंचायत में अभी नल जल योजना अंतर्गत कार्य चल रहा है जिसको लेकर ग्राम पंचायत के उच्च जाति के जातिवादी मानसिकता के लोग उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं निम्न जाति (भील) की सरपंच पंचायत नहीं चला पाने का आरोप लगा रहे हैं पद से इस्तीफा देने का दबाव बना रहे हैं निम्न जाति का सरपंच कह कर जान से मारने की धमकी दी जा रही है।

3 जून 2021 को डोंगरगांव पुलिस चौकी महू में घटना की एफ. आई. आर. करवाई गई। जिसमें अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत धाराओं के उल्लेख नही किया गया।

आज अजाक थाना इंदौर में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के अंतर्गत कार्रवाई करने की मांग ओबीसी महासभा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष बालाघाट द्वारा पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से निवेदन किया जाता हैं कि जल्द से जल्द महिला को न्याय दिया जाए ईमानदार महिला सरपंच को न्याय दिया जाए और आरोपियों को जल्द से जल्द कार्रवाई कर जेल भेजा जाए।