इंदौर : नगर के मुक्तिधामो से आगामी 6 जून रविवार को नगर की संस्था पुरूषार्थ द्वारा मोक्षयात्रा अस्थि विसर्जन का आयोजन रखा है। इसी तारतम्य में नगर निगम अपर आयुक्त अभय रंजनगांवकर एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ अखिलेश उपाध्याय ने संस्था पुरुषार्थ के अध्यक्ष नानूराम कुमावत एवं कार्यकर्ताओं के साथ नगर के विभिन्न मुक्तिधामों का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
उल्लेखनीय है कि पूर्व वर्षों एवं वर्तमान कोरोना काल में विगत दिनों नगर के विभिन्न मुक्तिधामो में बड़ी संख्या में अंतिम संस्कार हुए हैं , अंतिम संस्कार के बाद सभी मुक्तिधामो में कई परिवार जनों के द्वारा अस्थियाँ ना ले जाने के कारण अनेक मृत व्यक्तियों की अस्थियाँ विसर्जित ना होने से बड़ी संख्या में शेष रह गई है किंतु कोरोनाकाल की विषम परिस्थितियों के मद्देनजर उक्त अस्थियों का विसर्जन नही किया जा सका है। वर्ष 2020 के पूर्व की अस्थियों का विसर्जन नगर की संस्था पुरुषार्थ द्वारा नगर निगम के मार्गदर्शन में विभिन्न मुक्तिधामों में रखी हुई अस्थियों मैं से जिन अस्थियों को स्वजनों के द्वारा नहीं ले गया गया है और लंबे समय से मुक्तिधाम में रखी हुई है उनके धार्मिक रीति अनुसार विसर्जन नर्मदा तट खेड़ीघाट पर किया जाएगा।
कार्यक्रम में नगर की सेवा बस्तियों के स्व सहायता समूह की महिलाएं थैलियां बनाकर देगी जिसमे नगर के विभिन्न मुक्तिधामों की अस्थियां ससम्मान पुष्पांजलि के साथ रखी जायेगी। संस्था के अध्यक्ष नानूराम कुमावत ने बताया कि नगर की सेवा बस्तियों की महिलाएं जो सिलाई कढ़ाई में अपनी रुचि रखती ऐसी महिलाएं ये थेलियाँ सील कर संस्था पुरुषार्थ के कार्यकर्ताओं को देगी ।
मोक्षयात्रा के तहत नगर के मुक्तिधाम के व्यवस्थापकों का सम्मान तथा अस्थियों को नगर के वरिष्ठजन एवं संतो के द्वारा पुष्पांजलि कर पूर्ण श्रद्धा और सम्मान के साथ नर्मदा मैया खेड़ीघाट में पुष्पांजलि तथा शास्त्र सम्मत विधि विधान पूर्वक पूजन करके प्रवाहित की जाएगी।
श्री कुमावत ने बताया कि संस्था पुरुषार्थ विगत कई वर्षों से नगर में विभिन्न प्रकार के धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम का आयोजन करती आ रही है जिसमे निशुल्क चिकित्सा शिविर, रक्तदान शिविर, सामाजिक समरसता के तहत विभिन्न बस्तियों में खाद्यान्न वितरण, पारंपरिक त्योहार, श्रृंखलाबद्ध सामूहिक हनुमान चालीसा, 100 करोड़ राम नाम लेखन, 9 दिवसीय रामकथा, मंगलमय परिवार, शिव महिम्न स्त्रोत शिक्षा शिविर, वन संचार यात्रा, पर्यावरण जागरूकता अभियान, स्वच्छता अभियान, आदि आयोजन के माध्यम से नगर के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जनजागृति के लिए प्रयासरत रहती है।