Karnam Malleswari Birthday Special:
20वीं सदी तक भारतीय महिलाएं लगभग हर छेत्र में धीरे-धीरे आगे बढ़ चुकी थी। वायुसेना में पायलट से लेकर प्रधानमंत्री तक हर छेत्र में महिलाएं अपना परचम लहरा रही थी। सभी खेलों की सबसे बड़ी सामूहिक प्रतियोगिता “ओलिंपिक” ही ऐसी जगह थी, जहाँ भारतीय महिलाएं अपनी छाप नहीं छोड़ सकी थी। भारतीय पुरुष की हॉकी टीम शानदार प्रदर्शन कर कई स्वर्ण पदक भारत की झोली में डाल चुकी थी। परंतु किसी भी महिला खिलाड़ी ने भारत के लिए अभी तक एक भी पदक नहीं जीता था।
इस कमी को पूरा करा आंध्रप्रदेश के एक छोटे से गांव वूसावानिपेटा में 1 जून 1975 को जन्मी Karnam Malleshwari ने। 2000 में सिडनी में हुए ओलिंपिक खेलों में भारतीय की वेटलिफ्टर मल्लेश्वरी ने महिलाओं 69 किलोवर्ग की भारोत्तोलन प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया। आपको बता दे कि सिडनी ओलिंपिक में ये भारत का एक मात्र पदक था।
केवल 12 वर्ष की आयु में मल्लेश्वरी ने अपने कोच नल्लामशेट्टी अप्पन्ना से वेटलिफ्टिंग का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। 1990 में बंगलौर कैम्प में राष्ट्रीय कोच श्यामलाल सालवान ने Karnam Malleswari की प्रतिभा को पहचाना। उसके बाद 1993 में विश्व चैम्पियनशिप में मल्लेश्वरी ने कांस्य पदक हासिल किया। विश्व चैंपियनशिप के बाद मल्लेश्वरी ने कई अंतर-राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के लिए पदक हासिल करे।