इंदौर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सात साल पूरे होने और मोदी 2.0 के दो साल पूरे होने के अवसर पर सांसद शंकर लालवानी ‘सेवा ही संगठन’ के माध्यम से कई महत्वूपर्ण सेवा कार्य कर रहे हैं। सांसद लालवानी ने इस अवसर पर एक बड़ा रक्तदान कार्यक्रम किया जिसमें कई लोगों ने रक्तदान किया। इसके अलावा सांसद सेवा संकल्प के माध्यम से शंकर लालवानी ने कोविड में माता-पिता को खो चुके बच्चों को नि:शुल्क एजुकेशन देने का बीड़ा उठाया है। इसके अलावा जरुरतमंदों को राशन बांटने, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाने समेत कई महत्वपूर्ण सेवा के काम भी सांसद लालवानी कर रहे हैं।
लालवानी ने कहा – मा.मोदी जी के सामने 100 सालों की सबसे बड़ी चुनौती
– सबसे अग्रेसिव चीन का सामना प्रधानमंत्री मोदी ने किया
– सिर्फ 9 महीने में भारत ने दो वैक्सीन बनाई
– इस साल के आखिर तक सभी को टीका लगेगा
– बच्चों की वैक्सीन भी इसी साल आएगी
– अगर तीसरी लहर आई तो पूरी तैयारी
– कोविड केयर सेंटर एवं अन्य सुविधाएं जारी रहेगी
मोदी सरकार के सात साल पूरे होने के अवसर पर सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि भाजपा संगठन साल भर विभिन्न सेवा के प्रकल्प चलाता है। मा.प्रधानमंत्री जी के सात साल पूर्ण होने पर भी ‘सेवा ही संगठन’ मूलमंत्र के माध्यम से देशभर में सेवा कार्यों का विशेष अभियान चल रहा है। जिसके तहत इंदौर में रक्तदान का आयोजन किया गया है।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि कोरोना के कठिन समय में रक्तदान करने वालों की संख्या घटी है ऐसे में थैलेसीमिया समेत कई रोगों के उपचार में रक्त की कमी पड़ रही है। इसलिए रक्तदान बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। सांसद शंकर लालवानी के कोविड के कठिन समय में केंद्र सरकार द्वारा किए प्रयासों को जनता और मीडिया के साथ साझा किया। सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि इस साल के आखिर तक देश में वैक्सीनेशन का काम पूरा हो जाएगा।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने भारत के इतिहास की सबसे बड़ी चुनौती है और उनकी में पूरा देश कोरोना की कठिन लड़ाई से सफलतापूर्वक लड़ रहा है और भारत जैसे विशाल देश में इस साल के आखिर तक वैक्सीनेशन का काम पूरा कर लिया जाएगा। लालवानी ने कहा कि 130 करोड़ से ज्यादा लोगों के लिए टीकाकरण की मुहिम आसान काम नहीं है और मानव इतिहास के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम में से एक है।
सांसद लालवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान के कारण ही इंदौर के देश में सबसे स्वच्छ शहर है और इसी अभियान के कारण देश में गरीब के यहां शौचालय बने है जिससे कोविड के दौरान घर में रहना संभव हो पाया।
सांसद लालवानी ने ‘हर घर में नल और हर नल में जल’ जैसी महत्वकांक्षी योजना का भी जिक्र किया और कहा कि आमजन के स्वास्थ्य में सुधार के लिए इससे बड़ा कोई कदम नहीं हो सकता। इस एक योजना से दूषित पानी से होने वाली बीमारी से बचाव हो सकेगा और माताओं-बहनों को दूर से पानी नहीं लाना पड़ेगा। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि कोविड के बाद देशभर में कंस्ट्रक्शन गतिविधियों और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर तेजी से काम होगा जिससे बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिलेगा और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।
सांसद शंकर लालवानी ने कोरोना की शुरुआत से दूसरी लहर के दौरान केंद्र सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को विस्तृत रुप में बताया जो इस प्रकार है –
कोविड की दूसरी लहर में केंद्र सरकार द्वारा किए गए अथक प्रयास
1. नौ महीने के अल्प समय में वैक्सीन विकसित की तथा उत्पादन किया
• अप्रैल 2020 में टास्क फार्स को वैक्सीन विकसित करने टेस्ट करने तथा उत्पादन के लिए गठित किया गया
• नौ महीने के अल्प समय में दो वैक्सीन कोविशील्ड तथा कोवाक्सिन पास की गई और जनवरी 2021 में टीकाकरण शुरू हो गया
• अप्रैल 2021 में तीसरी वैक्सीन Sputnik V भी पास हो गई
• कोवाक्सिन को अब बच्चों पर भी टेस्ट किया जा रहा है। सफलतापूर्वक परिक्षण के बाद सितम्बर अक्टूबर से बच्चों को भी टीका लगाया जा सकेगा।
2 वैक्सीन का उत्पादन बढ़ रहा है
पांच कंपनियों को कोवाक्सिन बनाने के लिए लाइसेंस दिया गया है
• सात कम्पनियां Sputnik V वैक्सीन बनाएंगी
• सीरम इंस्टिट्यूट सितम्बर से अपना उत्पादन 6 करोड़ से बढाकर 11 करोड़ कर रही है।
भारत बायोटेक जुलाई तक अपना उत्पादन 1 करोड़ 70 लाख से बढ़ाकर साढ़े सात करोड़ कर रही है और अक्टूबर तक बढ़ाकर 10 करोड़ कर रही
कुल मिलाकर जून में वैक्सीन का उत्पादन बढकर 10 करोड़ जुलाई में 17 करोड़, अगस्त में 19 करोड़ और सितम्बर से 40 करोड़ हो जायेगा। दिसंबर तक हम 50 करोड़ से ज्यादा उत्पादन कर पाएंगे।
पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होगी और हम साल के अंत तक टीकाकरण का कार्य पूरा कर लेंगे।
3 ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ी है
2020 में ऑक्सीजन का उत्पादन 5700 टन प्रतिदिन था। आज यह बढ़कर लगभग दोगुना 9446 गया है।
हमारी मुख्य बाधा टैंकरों, containers, cylinders और भण्डारण टैंकों की कमी थी । जिनकी इमरजेंसी खरीद कर ली गई है।
• भविष्य की जरूरतों को देखते हुए हम 2000 से भी ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट लगा रहे हैं।
4 वेंटीलेटर बेड्स बढ़ा रहे हैं
2020 में वेंटीलेटर बेड्स की 20000 बेड्स की उपलब्धता को बढ़ाकर 2021 में लगभग दोगुना 440000 बेड कर दिया गया है। आने वाले दिनों में इसे और बढ़ाया जायेगा
5 दवाओं के उत्पादन को बढ़ाना
• रेमेडीसीवीर का उत्पादन 37 लाख से बढ़ाकर 1 करोड़ कर दिया गया है।
• रेमेडीसीवीर का उत्पादन करने वाले प्लांटों की संख्या 20 से बढ़ाकर 57 कर दी गई है। यह हर महीने और बढ़ रहा है।
• यही दूसरी दवाओं के उत्पादन में भी हो रहा है।
6. आगे की सोच
कोविड से लड़ाई में वैक्सीन बहुत महत्वपूर्ण है। हमने वैक्सीन का उत्पादन कई गुना बढ़ाया है। ताकि हम पूरी जनता को इस साल के अंत तक वैक्सीन लगवा सकें।
हमें यह भी सुनिश्चित करना है की पहली और दूसरी लहर के दौरान जो सुविधाएँ हमने बनाई हैं उनको अच्छी हालत में रखें और सदा तैयारी की हालत में रहें।