“कोविड अनुकूल व्यवहार” कोरोना से बचाव का सबसे सक्षम उपाय

Share on:

इंदौर : राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ निशांत खरे की पहल पर इंदौर में कोविड अनुकूल व्यवहार के प्रति जन जागरूकता लाने के उद्देश्य से एआईसीटीएसएल के सभाकक्ष में जिले के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में सांसद श्री शंकर लालवानी, कलेक्टर श्री मनीष सिंह, डीआईजी श्री मनीष कपूरिया, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल सहित जिले के सभी जाने-माने सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर उपस्थित रहे।

इस अवसर पर राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ निशांत खरे ने कहा कि आगे आने वाले समय में व्यवहार परिवर्तन कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए लोगों में जागरूकता लाना आवश्यक है जिसके लिए हमें सोशल मीडिया के स्फीयर आफ इनफ्लुएंस का उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना हराने के लिए लोगों में किस तरह का व्यवहार होना चाहिए और उसे कैसे लाया जा सकता है इस बीच की दूरी को कम करने के लिए सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स एक सेतु के रूप में कार्य कर सकते हैं।

सोशल मीडिया के माध्यम से सकारात्मक वातावरण का करे निर्माण-सांसद श्री लालवानी
सांसद श्री लालवानी ने कहा कि बैठक में उपस्थित सभी सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से जिले में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने में विशेष भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इसी भूमिका को बनाए रखते हुए हमें लोगों तक कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाने के लिए जागरूक करना है। सकारात्मक वातावरण से ना केवल कोविड महामारी से लड़ रहे मरीजों का हौसला बढ़ेगा बल्कि अन्य नागरिकों में भी सहयोग की भावना उत्पन्न होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई में शासन, प्रशासन,सामाजिक संगठनों के साथ साथ आप सभी लोगों का भी सहयोग अनिवार्य है।

कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए कोविड अनुकूल व्यवहार है जरूरी- कलेक्टर श्री सिंह
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव का सबसे सक्षम उपाय नागरिकों के मध्य कोविड अनुकूल व्यवहार को विकसित करना है। उन्होंने कहा कि व्यवहार परिवर्तन हेतु सिर्फ तीन चीजों का ध्यान रखना अनिवार्य है। वह है सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, घर से बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करना एवं समय-समय पर हाथों का सैनिटाइजेशन करना। उन्होंने कहा कि केवल इन तीन नियमों का पालन कर हम कोरोना वायरस की तीसरी लहर से ना केवल खुद की बल्कि समाज की भी रक्षा कर पाएंगे। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि 80% लोगों की मानसिकता वर्तमान समय में सोशल मीडिया के माध्यम से प्रभावित हो रही है। इसलिए जरूरी है कि हम सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग कर जन जागरण को प्राथमिकता दें। उन्होंने कोविड अनुकूल व्यवहार विकसित करने के लिए निम्नलिखित चरणों का उल्लेख किया।

1. प्रिकॉशन (बचाव)- कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि संक्रमण से बचाव के लिए सबसे प्रबल उपाय कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाना है।

3. मनोबल बढ़ाना-उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए मरीजों के साथ साथ हेल्थ  एवं फ्रंटलाइन वर्कर्स का मनोबल बढ़ाना भी बेहद जरूरी है।

4. जन जागरूकता- कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि उक्त सभी बिंदुओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए यह जरूरी है कि लोगों को जागरूक किया जाए। जिससे वे कोरोना महामारी के विरुद्ध इस लड़ाई में शासन प्रशासन का सहयोग करें और खुद में व्यवहार परिवर्तन लाएं।

“मेरा शहर बने स्वस्थ शहर” का लें संकल्प
डीआईजी श्री कपूरिया ने कहा कि जिस तरह इंदौर शहर ने स्वच्छता का संकल्प लिया था उसी तरह अब समय है कि हम सभी “मेरा शहर बने स्वस्थ शहर” इसका संकल्प लें। लोगों तक सही जानकारी पहुंचे और उनकी मानसिकता में परिवर्तन लाया जा सके इसका हमें विशेष ध्यान देना है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना अनुकूल व्यवहार परिवर्तन इंदौर के नागरिकों में विकसित किया जा सकता है। नगर निगम आयुक्त सुश्री पाल ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन इस महामारी से बचने का एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि लोगों के बीच जागरूकता लाने के लिए हम रेडियो एवं सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म के द्वारा विभिन्न तरीकों से कोविड अनुकूल व्यवहार के बारे में प्रचार प्रसार कर सकते हैं।

सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स ने दिए जन जागरूकता हेतु महत्वपूर्ण सुझाव
बैठक में उपस्थित सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स ने भी कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। जिसमें सबसे अहम सुझाव रहा कि एक कॉमन ग्रुप बनाया जाए जहां अधिकृत जानकारी प्रशासन द्वारा प्रदान की जाए। इस जानकारी को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से इनफ्लुएंसर्स द्वारा अपने-अपने तरीकों से पहुंचाया जाएगा। इस तरह लोग न केवल जागरूक होंगे बल्कि भ्रामक खबरों को भी फैलने से रोका जा सकेगा। इस सुझाव पर सर्व सहमति से राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ खरे ने बैठक के पश्चात ही एक कॉमन व्हाट्सएप ग्रुप बनवाया जिसमें सभी सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स तक तथ्यात्मक जानकारी पहुंचाई जाएगी। उन्होंने सभी सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर्स से अनुरोध किया कि वे अपनी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए जन जागरूकता एवं कोविड अनुकूल व्यवहार लोगों के मध्य विकसित करने के लिए शासन प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।