महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के घट रहे मामलों को देखते हुए हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि अब इस फैसले में होम आइसोलेशन की व्यवस्था खत्म कर दी गई है। अब मरीज सिर्फ कोविड केयर सेंटर में ही रह सकते हैं। बता दे, सरकार को इस आशय की जानकारी मिली है कि होम आइसोलेशन में नियमों का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है साथ ही कई मामलों में मरीजों के चलते संक्रमण फैल रहा है। ऐसे में इसको देखते हुए अब मरीजों का सिर्फ कोविड केयर सेंटर में ही रहने का फैसला लिया गया है।
इसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी है। उन्होंने कहा है कि जो जिले रेड जोन में हैं, हमने उनसे होम आइसोलेशन के विकल्प को रद्द करने और इन जिलों में कोविड केयर सेंटर बढ़ाने को कहा है। हमने उनसे बेड कैपेसिटी बढ़ाने को कहा है। हमने इन जिलों को टेस्टिंग पर फोकस करने को कहा है। पॉजिटिव मरीजों के हाई रिस्क कॉन्टैक्ट्स पर फोकस होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सभी जिलों में हमने कलेक्टरों से सरकारी अस्पतालों का फायर और इलेक्ट्रिक ऑडिट करने को कहा है। रिपोर्ट जमा करने के बाद हम उन्हें धन मुहैया कराएंगे।
गौरतलब है कि दूसरी ओर महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वदेत्तिवार ने बीते दिन कहा था कि सरकार ‘रेड जोन’ से बाहर के जिलों में, कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन जैसी पाबंदियों में ढील देने पर विचार कर रही है। वहीं उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि (कुल 36 में से) 15 जिले ‘रेड जोन’ (अधिक मामलों वाले) में आते हैं और वहां पाबंदियों को और कड़ा किया जा सकता है। मंत्री ने कहा, जहां कोविड-19 मामलों में कमी आई है, वहां पाबंदियों में ढील देने की मांग की गई है। सरकार उन जिलों में पाबंदियों में ढील दे सकती है, जहां मामलों में गिरावट आ रही है। चार-पांच दिन हालात का जायजा लेने के बाद निर्णय लिया जाएगा।