चक्रवात तूफ़ान टाउते के बाद देशभर के कई हिस्सों में अब चक्रवाती तूफ़ान यास का खतरा बढ़ गया है. मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव की वजह से इस तूफ़ान में बड़ा बदलाव आने की संभावनाएं हैं. साथ ही उसके 26 मई को पश्चिम बंगाल और ओडिशा तट पर पहुंचने का अनुमान जताया है.
वहीं इस तूफ़ान से निपटने के लिए कोलकाता में 74 पंपिंग स्टेशन की जांच की गई है. दूसरी ओर ओडिशा के करीब आठ जिले में चक्रवात को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. जानकारी के अनुसार, ओडिशा-बंगाल में NDRF की टीमों को तैनात किया गया है. इस तूफ़ान से होने वाली परेशानियों से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने कड़ी नजर बनाई हुई है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चक्रवात यास को लेकर समीक्षा बैठक भी की जिसमें अमित शाह शामिल रहे.
मौसम विभाग ने बताया कि “चक्रवाती तूफान यास भी टाउते की तरह ही बड़ा खतरा बन चुका है. इस दौराना दोनों राज्यों में हवा 155 से 165 किमी प्रति घंटे से 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है. चक्रवाती तूफान यास के भी टाउते तूफान की तरह ही भारी तबाही मचाने की आशंका जताई गई है. जो पिछले साल पश्चिम बंगाल में आए चक्रवाती तूफान अम्फान की तरह ही विनाशकारी था.”