फॉरेन यूनिवर्सिटी में प्रवेश की सीमा 1 वर्ष बढ़ी, संयुक्त मोर्चा ने माना आभार

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भोपाल : मध्य प्रदेश शासन के पिछड़ा वर्ग विभाग द्वारा वर्ष 2020 में फोरेन फेलोशिप प्राप्त अवार्डी स्टूडेंट्स को पिछड़ा वर्ग विभाग द्वारा कोरोना वैश्विक महामारी से उत्पन्न परिस्थितियों की वजह से उनकी फोरेन फेलोशिप जारी करने से मना कर दिया गया था. विभाग के निरस्तीकरण के आदेश से प्रदेश के सभी फोरेन फेलोशिप अवार्डी स्टूडेंट्स में निराशा एवं अवसाद की लहर फेल गई थी.

विगत दिनों ओबीसी फोरेन फेलोशिप संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष शुभम कटरे बालाघाट द्वारा माननीय लोकसभा सांसद ढालसिंह बिसेन जी से मिलकर प्रदेश के ओबीसी फोरेन स्कॉलर की उपरोक्त समस्या बताई एवं लिखित में शिकायत की. उन्होंने कहा की ओबीसी फोरेन स्कॉलर के भविष्य का सवाल है, कोरोना की वजह से छात्रो के भविष्य से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है.

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उपरोक्त समस्या सुनने के बाद माननीय सांसद ढालसिंह बिसेन जी ने तुरंत माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी के संज्ञान में मामला लाया गया. माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रकरण की जांच के आदेश देते हुए जांच में पाया गया की वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर प्रदेश के ओबीसी फोरेन स्कॉलर की स्कालरशिप रोकना न्यायोचित नहीं होगा. माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा की उनकी पूर्ण सहानुभूति प्रदेश के प्रतिभाशाली फोरेन स्कॉलर के प्रति है .

उन्होंने अधिकारियो को फोरेन युनिवेर्सिटी में प्रवेश की सीमा एक वर्ष बढाने के निर्देश दिए. आज मध्य प्रदेश शासन के पिछड़ा विभाग के उप सचिव का आयुक्त पिछड़ा वर्ग के नाम एक आदेश जारी हुआ है उसमे कहा गया है की जुलाई 2020 में चयनित स्टूडेंट की प्रवेश की समयसीमा बढ़ाते हुए विश्व में जिस देश की बॉर्डर खुली है उन्हें वहा जाकर प्रवेश लेने की अनुमति होगी.

उपरोक्त आदेश आते से ही पुरे प्रदेश के फोरेन फेलोशिप प्राप्त अवार्डी स्टूडेंट्स में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है. संगठन के सचिव मकसूद आलम ने ओबीसी फोरेन फेलोशिप संयुक्त मोर्चा की तरफ से मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी चौहान एवं सांसद ढालसिंह जी बिसेन का आभार माना है,. इंदौर के फोरेन स्कॉलर अवनीश तंवर ने कहा की इन विपरीत परिस्थितियों में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी चौहान ने सांसद ढाल सिंह जी के आग्रह पर हमें जो राहत पहुचाई है, उसके लिए हम सभी उनके हमेशा शुक्रगुजार रहेंगे.