आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में भारी भगदड़, चार की मौत, कई लोग घायल

Abhishek singh
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आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में बुधवार को भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह भगदड़ वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट वितरण केंद्र के पास मची, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में से एक की पहचान मलिका के रूप में हुई है। कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आज सुबह से करीब 4000 श्रद्धालु तिरुपति में विभिन्न टिकट केंद्रों पर वैकुंठ द्वार दर्शन टिकट के लिए कतार में खड़े थे। यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालुओं को बैरागी पट्टी पार्क में टोकन वितरण के लिए कतार में लगने की अनुमति दी गई।

टीटीडी अध्यक्ष बीआर नायडू ने बुलाई बैठक

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड (टीटीडी) के अध्यक्ष बीआर नायडू फिलहाल एक आपात बैठक में व्यस्त हैं। बैठक के बाद वे मीडिया से बात करेंगे। एक दिन पहले, टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी जे. श्यामला राव ने 10 से 19 जनवरी तक होने वाली वैकुंठ एकादशी और वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए की गई तैयारियों की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को वैकुंठ द्वार के दर्शन कराना टीटीडी की प्रमुख प्राथमिकता है। राव ने यह भी कहा था कि इस दौरान सात लाख श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। वैकुंठ द्वार दस दिनों तक खुला रहेगा, और इसके लिए विशेष प्रोटोकॉल बनाए गए हैं ताकि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित और आरामदायक दर्शन का अनुभव हो सके। 10 जनवरी को विशेष दर्शन सुबह 4:30 बजे शुरू होगा, इसके बाद सामान्य दर्शन सुबह 8 बजे से प्रारंभ होंगे।

मुख्यमंत्री नायडू ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वे इस घटना से गहरे दुखी हैं और उन्होंने अधिकारियों को घायलों के लिए उपयुक्त राहत उपाय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री ने घायलों को मिल रहे इलाज के बारे में अधिकारियों से फोन पर चर्चा की। उन्होंने उच्च अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू करने के लिए निर्देशित किया, ताकि घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके।