भारत के विभिन्न राज्य अपनी विशिष्टताओं के लिए प्रसिद्ध हैं—कुछ धार्मिक स्थलों के लिए, कुछ अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए, तो कुछ अपनी प्राकृतिक सुंदरता और मौसम के कारण आकर्षण का केंद्र हैं। हर राज्य की अपनी एक खास पहचान है, जिसे भारतीय रेलवे जोड़ने का काम करती है। ट्रेन यात्रा के माध्यम से, यात्री न केवल विभिन्न राज्यों की संस्कृति और खानपान का अनुभव करते हैं, बल्कि भारत के ऐतिहासिक धरोहरों और विरासत से भी जुड़ते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का एक ऐसा राज्य भी है, जहां अभी तक रेलवे नेटवर्क नहीं पहुंच पाया है? हां, सही सुना आपने! वह राज्य है सिक्किम।
सिक्किम (Sikkim)
सिक्किम भारत का दूसरा सबसे छोटा राज्य है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे पहाड़ों और समृद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यह राज्य अपनी शांत और सुरम्य वादियों के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है। यहां का 82% क्षेत्र हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है, जिससे यह राज्य पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों के मामले में अद्वितीय बन जाता है।
हालांकि, सिक्किम में एक भी रेलवे स्टेशन नहीं है, और अभी तक रेलवे नेटवर्क का विस्तार इस राज्य में नहीं हो पाया है। यहां के भूगोल की वजह से, विशेष रूप से पहाड़ी क्षेत्र और समतल भूमि की कमी के कारण, रेलवे लाइन बिछाने में कठिनाई आई है।
पहली बार बनेगा रेलवे स्टेशन
हालांकि, सिक्किम में जल्द ही बदलाव आ रहा है। 2024 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम में पहले रेलवे स्टेशन की आधारशिला रखी थी। इस परियोजना का नाम “सेवोके-रंगपो रेलवे लाइन” है, जिसे तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में सेवोके से रंगपो तक रेलवे लाइन बिछाई जाएगी, दूसरे चरण में रंगपो से गंगटोक तक, और तीसरे चरण में गंगटोक से नाथुला तक रेलवे मार्ग का विस्तार होगा। इससे यहां के निवासियों को न केवल बेहतर यातायात सेवाएँ मिलेंगी, बल्कि यह राज्य के पर्यटन उद्योग को भी एक नई दिशा देगा।
सिक्किम के खूबसूरत स्थल
अगर आप सिक्किम की यात्रा पर जाने का मन बना रहे हैं, तो यह राज्य अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए बेहद आकर्षक है। कुछ प्रमुख स्थल, जिन्हें आप यहां देख सकते हैं, वे हैं:
- गंगटोक: सिक्किम की राजधानी, जहां से पूरे राज्य का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है।
- नाथुला दर्रा: यह एक ऐतिहासिक दर्रा है, जो भारत और चीन के बीच एक महत्वपूर्ण सीमा है।
- चंगू झील: यह एक मनमोहक झील है, जो हरी-भरी वादियों के बीच स्थित है।
- युमथांग वैली: इसे ‘सिक्किम का स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है। यहां के खुशनुमा मौसम और रंग-बिरंगे फूल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
- लाचुंग और लाचेन: यह दोनों ही जगहें पहाड़ी इलाकों में स्थित हैं, जहां आप ठंडे मौसम और शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं।
- रूमटेक मठ: सिक्किम का प्रमुख बौद्ध मठ है, जो इसकी सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा है।
- कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान: यह उद्यान सिक्किम के ऊपरी इलाकों में स्थित है और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग से कम नहीं है।