इंदौर। इंदौर कांग्रेस के कार्यकारी शहर अध्यक्ष विशाल ‘गोलू’ अग्निहोत्री के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई में मनी लॉन्ड्रिंग और सट्टेबाजी रैकेट का बड़ा खुलासा हुआ है। इस छापेमारी के दौरान करीब 1.5 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी, लैपटॉप, मोबाइल और कई संदिग्ध दस्तावेज़ बरामद हुए हैं। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस नेता क्रिकेट सट्टा और डब्बा कारोबार में शामिल थे और उन्होंने अपने रिश्तेदारों के नाम पर कई शैल कंपनियां स्थापित की थीं, जिनके माध्यम से देश और विदेश में धन का लेन-देन किया जाता था। दुबई में संपत्ति खरीदने और शैल कंपनियों के संचालन की जानकारी मिलने के बाद ईडी ने उनकी गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी थी।
बिटकॉइन के माध्यम से विदेश ट्रांसफर हो रहे थे पैसे
रविवार की रात गोलू को दिल्ली एयरपोर्ट पर उस वक्त हिरासत में लिया गया, जब वह दुबई से लौट रहे थे। इसके बाद सोमवार सुबह उनके इंदौर स्थित घर पर छापा मारा गया, जहां सीआरपीएफ ने सुरक्षा का ज़िम्मा उठाया और इस कार्रवाई की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई। जांच में यह खुलासा हुआ कि कांग्रेस नेता सट्टेबाजी से हुई अपनी आय को विदेश भेजने के लिए बिटकॉइन का उपयोग कर रहे थे।
गोलू और उनकी पत्नी रह चुके हैं पार्षद
विशाल अग्निहोत्री को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का काफ़ी करीबी माना जाता हैं। वे इंदौर नगर निगम में पार्षद रह चुके हैं। उनकी पत्नी भी पार्षद पद पर रह चुकी हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें इंदौर क्षेत्र-1 से टिकट दिया था, लेकिन नामांकन दाखिल करने से पहले उनका नाम बदलकर संजय शुक्ला को उम्मीदवार के रूप में घोषित कर दिया गया था।
गुजरात कनेक्शन भी आया सामने
ईडी की कार्रवाई से एक बड़े सट्टा रैकेट का खुलासा होने की संभावना है, जो गुजरात में आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी से जुड़ा हुआ है। गुजरात में हुई छापेमारी में सट्टेबाजी की रकम और बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त से संबंधित अहम सबूत मिले थे। साथ ही, दुबई से भारत और अन्य देशों में हो रहे संदिग्ध लेन-देन की जांच भी चल रही है, और ईडी मनी लॉन्ड्रिंग तथा अंतरराष्ट्रीय धन प्रवाह पर कड़ी निगरानी रखे हुए है।