भोपाल : संस्कृति, पर्यटन और आध्यात्म मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि पर्यावरण की शुद्धि ही कोरोना से मुक्ति का माध्यम है। यज्ञ-चिकित्सा पद्धति में औषधि युक्त धुआँ स्वास्थ्य के माध्यम से, रक्त में समाहित होकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। सुश्री ठाकुर ने कहा कि भारतीय संस्कृति में हमेशा से ही प्रकृति व आस-पास के जीव-जंतुओं के साथ समन्वय बनाकर, सभी के कल्याण के लिए कार्य किया जाता रहा है।
सुश्री ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी संकटकालीन समय में यह और भी आवश्यक हो गया है कि हम अपने आसपास के वातावरण व वायुमंडल को शुद्ध रखें। सुश्री ठाकुर ने सभी से आहृवान किया है कि पर्यावरण की शुद्धि के लिए सभी यज्ञ करें और एक पेड़ लगाकर पर्यावरण के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करें।