इंदौर मेट्रो में नहीं होगा बदलाव, ज़मीन के नीचे की तैयारी शुरू

Abhishek singh
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इंदौर में मेट्रो के अंडरग्राउंड रूट का काम जल्द शुरू होगा। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। फिलहाल गांधी नगर से रीगल तक 8 किलोमीटर लंबे हिस्से पर काम किया जाएगा। तीन महीने पहले जनप्रतिनिधियों की मांग पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य क्षेत्र के रूट में बदलाव की संभावना पर सर्वे के निर्देश दिए थे, लेकिन रूट का नोटिफिकेशन जारी होने के बाद बदलाव की संभावना बेहद कम हो गई है।

नाथ मंदिर से मेट्रो का संचालन अंडरग्राउंड होगा। अंडरग्राउंड निर्माण कार्य की शुरुआत गांधी नगर से एरोड्रम क्षेत्र के बीच हो रही है। रोबोट चौराहा से रीगल चौराहा तक के 8 किलोमीटर लंबे हिस्से में काम बाद में शुरू किया जाएगा।

अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए स्टेशनों का निर्माण भी किया जाएगा। इसके तहत, साइट को क्लीयर करने के लिए कुछ निर्माण ढांचे हटाए जाएंगे। मेट्रो के अंडरग्राउंड कार्य को सुचारू रूप से शुरू करने के लिए बीएसएफ ने भी अपने परिसर में निर्माण कार्य की अनुमति दी है।

अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन और सुरंग का होगा निर्माण

अंडरग्राउंड सेक्शन में आठ मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसके लिए नगर निगम ने मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को निर्माण की मंजूरी दे दी है। मेट्रो कान्ह नदी के नीचे से भी गुजरेगी, जिसके लिए 50 मीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी। इस परियोजना के लिए कॉर्पोरेशन ने सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया है।

कान्ह नदी के बाद मेट्रो का अगला स्टेशन सदरबाजार क्षेत्र में होगा। पहले इसे राजवाड़ा पर बनाने की योजना थी, लेकिन पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने खुदाई से राजवाड़ा के पुरातात्विक महत्व को होने वाले संभावित नुकसान का मुद्दा उठाया। इसके बाद स्टेशन का स्थान बदलकर सदरबाजार कर दिया गया। अंडरग्राउंड सेक्शन में सबसे बड़ा मेट्रो स्टेशन रीगल तिराहे पर बनेगा, जबकि एयरपोर्ट यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो स्टेशन एयरपोर्ट परिसर के पास बनाया जाएगा।