Parliament Winter Session 2024: संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। इस सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई कि सत्र के दौरान माहौल शीत रहेगा, ताकि संसद की कार्यवाही निर्बाध रूप से चल सके। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दुर्भाग्यवश कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ के कारण संसद में अशांति पैदा करने का प्रयास करते हैं, लेकिन जनता उनकी हरकतों को देखती है और उचित सजा देती है।
मणिपुर और अडाणी पर होगा हंगामा
शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी दल मणिपुर हिंसा और अडाणी समूह से जुड़े विवादों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनकी पार्टी ने संसद में मणिपुर हिंसा, प्रदूषण और रेल दुर्घटनाओं पर चर्चा का प्रस्ताव रखा है। इन मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार से जवाब मांगने की योजना बना रहा है।
संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी भी मुद्दे पर चर्चा करने का निर्णय कार्य मंत्रणा समिति करेगी। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलने दें और व्यवधान न डालें।
शीतकालीन सत्र की समयावधि और एजेंडा
यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा, और इसमें कुल 19 बैठकें होंगी। सरकार ने इस सत्र में 16 विधेयकों को पारित कराने की योजना बनाई है। इनमें प्रमुख विधेयकों में वक्फ संशोधन विधेयक शामिल है, जिसे संसद से मंजूरी के लिए लाया जाएगा। लोकसभा और राज्यसभा में कई लंबित विधेयकों पर भी चर्चा हो सकती है। लोकसभा बुलेटिन के मुताबिक, लोकसभा में 8 और राज्यसभा में 2 विधेयक अब भी लंबित हैं।
नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे लोकसभा स्पीकर
संसद सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला केरल और नांदेड़ सीट से उपचुनाव जीतकर आए दो नए सांसदों को शपथ दिलाएंगे। इससे पहले, इन सांसदों का चयन औपचारिक रूप से किया जाएगा, और वे संसद में अपने कार्य की शुरुआत करेंगे।
संसद का शीतकालीन सत्र राजनीतिक गतिविधियों से भरपूर रहने की संभावना है। विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस हो सकती है, खासकर मणिपुर और अडाणी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील है कि संसद की कार्यवाही में कोई विघ्न न आए और सभी दल मिलकर देशहित में काम करें।