Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव का ऐलान भले ही न हुआ हो, लेकिन राजनीतिक बिसात पूरी तरह बिछ चुकी है। जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस दिल्ली में सत्ता की वापसी के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं, वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) अपनी चौथी बार दिल्ली में सरकार बनाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकने को तैयार है। इस कड़ी में, AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को अपना नया चुनावी अभियान ‘रेवड़ी पर चर्चा’ शुरू किया, जिससे उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए दिल्ली की जनता को अपने 6 मुफ्त योजनाओं का वादा किया है।
6 मुफ्त योजनाओं का वादा
इन मुफ़्त की रेवड़ियों को बचाने के लिए, फिर लायेंगे केजरीवाल🔥💯#RevdiParCharcha pic.twitter.com/1eNpttFZux
— AAP (@AamAadmiParty) November 22, 2024
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले एक नई रणनीति अपनाई है। इस अभियान के तहत वे दिल्लीवासियों को अपनी 6 मुफ्त योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं। उनका कहना है कि ये योजनाएं किसी तरह की ‘मुफ्त की रेवड़ी’ नहीं हैं, बल्कि यह करदाताओं के पैसे से जनता को दी जा रही सुविधाएं हैं। केजरीवाल ने दावा किया कि पीएम मोदी ने हमेशा उनकी मुफ्त योजनाओं पर सवाल उठाया है, और अब यह चुनावी मुद्दा बन चुका है।
केजरीवाल के अनुसार, यदि बीजेपी सत्ता में आती है, तो ये योजनाएं बंद हो सकती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी इन योजनाओं को जारी रखेगी। उन्होंने दिल्ली की जनता से अपील की कि वे तय करें कि वे इन मुफ्त सुविधाओं का लाभ लेना चाहते हैं या नहीं।
केजरीवाल की 6 मुफ्त रेवड़ियां:
- मुफ्त बिजली
- मुफ्त पानी
- बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा
- महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा
- मुफ्त विश्वस्तरीय शिक्षा
- मुफ्त दवा और इलाज
गठबंधन और ‘रेवड़ी पर चर्चा’ से मजबूत लड़ाई
केजरीवाल ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में उनकी पार्टी कमजोर दिख रही थी, वहां वे अन्य दलों के प्रभावशाली नेताओं को साथ लेकर चुनावी मैदान में उतरे। इसके साथ ही, उन्होंने ‘रेवड़ी पर चर्चा’ अभियान शुरू किया है, जिसमें 65,000 बैठकों के आयोजन का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान के तहत, AAP के कार्यकर्ता और स्वयंसेवक दिल्ली के हर घर तक मुफ्त योजनाओं की जानकारी पहुंचाने की कोशिश करेंगे।
AAP का ‘फ्री’ एजेंडा: तीन बार जीते चुनाव
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में पहले तीन बार मुफ्त बिजली, पानी और शिक्षा के मुद्दे को चुनावी हथियार बनाकर शानदार जीत हासिल की है। इस बार भी AAP अपने इसी एजेंडे को केंद्र में रखकर चुनावी रण में उतरी है। उनका दावा है कि बीजेपी गरीब विरोधी है, और यही कारण है कि वह दिल्ली में गरीबों के लिए लागू की गई मुफ्त योजनाओं को खत्म करने का मन बना रही है।
केजरीवाल का यह अभियान बीजेपी और कांग्रेस को अपने सियासी पिच पर लाकर उन्हें घेरने की रणनीति है। वे चाहते हैं कि दिल्ली की जनता यह समझे कि उनकी पार्टी ने करदाताओं के पैसे से योजनाएं लागू की हैं, न कि ‘मुफ्त की रेवड़ी’ बांटी है।