Govardhan Puja 2024: पांच दिवसीय दिवाली महोत्सव जल्द ही शुरू होने वाला है, जिसकी शुरुआत धनतेरस से होगी, जो इस साल 29 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इसके बाद गोवर्धन पूजा का पर्व आता है, लेकिन इस साल गोवर्धन पूजा को लेकर लोगों में कुछ असमंजस है। दीपावली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी, जबकि गोवर्धन पूजा की सही तारीख जानना जरूरी है।
Govardhan Puja कब होगी?
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 1 नवंबर 2024 को शाम 6:16 बजे शुरू होगी और यह 2 नवंबर को रात 8:21 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार, गोवर्धन पूजा 2 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी।
Govardhan Puja का शुभ मुहूर्त
इस वर्ष गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 2 नवंबर 2024 को प्रात: 6 बजे से 8 बजे तक है। इसके अतिरिक्त, पूजा का एक और शुभ समय दोपहर 3:23 बजे से 5:35 बजे तक है।
Govardhan Puja 2024: पूजा की विधि
- स्नान और तैयारी: पूजा के दिन सुबह स्नान आदि से निवृत्त होकर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति बनाएं।
- सजावट: मूर्तियों को फूलों और रंगों से सजाएं और गोवर्धन पर्वत तथा श्री कृष्ण की पूजा करें।
- अर्पण: भगवान को फल, जल, दीपक, धूप और अन्य उपहार अर्पित करें। कढ़ी और अन्नकूट चावल का भोग भी लगाएं।
- अन्य पूजाएं: इस दिन गाय, बैल, और भगवान विश्वकर्मा की भी पूजा का विधान है।
- परिक्रमा: पूजा के बाद गोवर्धन पर्वत की सात बार परिक्रमा करें, इस दौरान जल लेकर मंत्र का जाप करें।
- आरती: अंत में आरती करके पूजा का समापन करें।
Govardhan Puja 2024: पौराणिक कथा
गोवर्धन पूजा का महत्व भगवान श्रीकृष्ण की एक पौराणिक कथा से जुड़ा है। एक बार भगवान इंद्र ने ब्रिजवासियों पर क्रोधित होकर भारी बारिश शुरू कर दी। ब्रजवासियों की रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा लिया, जिससे सभी ब्रजवासी सुरक्षित रहे। तब से इस दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाने लगी, जो भगवान श्रीकृष्ण के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है।