दिवाली से पहले, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के 17 लाख कर्मचारियों और शिक्षकों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं। सरकार ने न केवल महंगाई भत्ते में वृद्धि की है, बल्कि दिवाली बोनस और समय पर वेतन वितरण का भी ऐलान किया है।
महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की वृद्धि
हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। इसी के आधार पर, यूपी सरकार ने भी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 53 प्रतिशत कर दिया है। यह बढ़ा हुआ भत्ता 1 जुलाई से प्रभावी होगा और कर्मचारियों को 30 अक्टूबर को मिलने वाली सैलरी में शामिल किया जाएगा। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि अक्टूबर की सैलरी एरियर के साथ आएगी या बिना एरियर के।
दिवाली बोनस का ऐलान
योगी सरकार ने दिवाली बोनस देने का भी फैसला किया है, जिसका लाभ सभी अराजपत्रित कर्मचारियों को मिलेगा। इसमें शिक्षकों, डॉक्टरों, स्थानीय निकाय के कर्मचारियों और दैनिक वेतन वाले कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है। इस बोनस पर कुल 1025 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसका लाभ 14.82 लाख कर्मचारियों को मिलेगा।
बोनस की अधिकतम राशि
सरकार के आदेश के अनुसार, बोनस की अधिकतम राशि 6,908 रुपये निर्धारित की गई है। कर्मचारियों को 2023-24 के लिए 30 दिन की परिलब्धियों के बराबर बोनस दिया जाएगा। बोनस का 75 प्रतिशत हिस्सा जनरल प्रॉविडेंट फंड (GPF) में जमा किया जाएगा, जबकि 25 प्रतिशत यानी 1,727 रुपये नकद दिए जाएंगे। जो कर्मचारी जीपीएफ के मेंबर नहीं हैं, उनका पैसा नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट या पीपीएफ खाते में जमा किया जाएगा।
योगी सरकार का आर्थिक बोझ
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी से सरकारी खजाने पर हर महीने 161 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा। इसके बावजूद, योगी सरकार ने दिवाली के मौके पर कर्मचारियों को आर्थिक राहत प्रदान करने का फैसला लिया है, जिससे उनका मनोबल बढ़ेगा। इन घोषणाओं से स्पष्ट है कि योगी सरकार कर्मचारियों के कल्याण को प्राथमिकता दे रही है, और दिवाली के अवसर पर यह कदम निश्चित रूप से राज्य के कर्मचारियों के लिए एक सकारात्मक संदेश है।