हिरासत में दलित युवक की मौत पर लखनऊ में सियासत तेज, विपक्ष ने कही ये बात

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर अब सियासत गर्मा गई है। पुलिस ने युवक को जुआ खेलने के आरोप में हिरासत में लिया था। अब एएसपी और समाजवादी पार्टी के सांसदों ने परिवार से मुलाकात कर सरकार के सामने डिमांड रखी है।

लखनऊ में 24 साल के युवक की पुलिस हिरासत में मौत के बाद लगातार सियासत गर्माई हुई है। पुलिस ने दलित युवक को जुआ खेलने के आरोप में हिरासत में लिया था। इस संबंध में 4 पुलिसवालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर आजाद और समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी ने परिवार से घर जाकर मुलाकात की है।

विकास नगर थाना इलाके के आंबेडकर पार्क चौराहे पर 11 अक्टूबर को पुलिस ने रेड की थी। इस दौरान अमन गौतम को पकड़ा गया था।प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि पुलिस जब युवक को हिरासत में लेकर थाने ले जा रहा रही थी तब उसको तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बात गौतम के परिजनों का कहना है की पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई है। मामले में सिपाही शैलेंद्र सिंह और तीन अज्ञात समेत 4 लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

वहीं, आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर और समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी ने कहा कि सरकार मौत के दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे। परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी युवक की मौत पर दुःख जताया है।