बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा से पहले कई मंदिरों को इस्लामिक समूहों से धमकियां मिल रही हैं। मंदिर कमेटी को धमकी दी जा रही है कि उन्हें दुर्गा पूजा करनी होगी. तो उसे 5 लाख देने होंगे. पैसे नहीं दिए तो पूजा नहीं करने देंगे. 22 सितंबर को जिले के लक्ष्मीगंज के रायपुर इलाके में कुछ लोगों ने मां दुर्गा की मूर्तियां तोड़ दीं. बरगुन जिले में भी मूर्तियां तोड़ी गईं.
इस मामले में हिंदू समुदाय के कुछ लोगों ने चटगांव और खुलना जिले के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं पर अत्याचार के मामले सामने आ रहे हैं।
25 से ज्यादा मंदिरों को मिलीं धमकियां
हिंदू बैद्ध इसाई एकता परिषद के मुख्य कार्यकारी महेंद्र नाथ ने कहा कि खुलना शहर के डाकोप में 25 से अधिक मंदिरों को पांच दिवसीय त्योहार मनाने के लिए 5 लाख रुपये की मांग करने की धमकी मिली है। आपको बता दें कि दुर्गा पूजा 9 से 13 अक्टूबर तक मनाई जाती है. खास बात यह है कि यह हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार है. अगस्त महीने में भड़की हिंसा के बाद बांग्लादेश में कई हमलों की खबरें आ रही हैं. 5 अगस्त को तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिर गई. इसके बाद, मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार बने।
नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था को लेकर बांग्लादेश में अवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। जो धीरे-धीरे हिंसक हो गया. 5 अगस्त को शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया और भारत आ गईं. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश की सड़कों पर जमकर उत्पात मचाया. सैकड़ों लोग मारे गए. वहां अवामी पार्टी के लोग भी थे. शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद उनके खिलाफ यह पहला मामला दर्ज किया गया है. बांग्लादेश में हिंसक झड़प के दौरान कई लोगों की मौत की भी खबर है.
पूजा-पाठ और भजन-कीर्तन पर रोक
बांग्लादेश में अब तक दुर्गा पूजा का आयोजन काफी धूमधाम से किया जाता रहा है. हालाँकि, इस बार ऐसा नहीं होने जा रहा है। क्योंकि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार और सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने घोषणा की है कि बांग्लादेश में नमाज और अजान के दौरान लाउडस्पीकर पर हिंदुओं के पूजा और भजन गाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। यदि कोई भी हिंदू इस नियम का उल्लंघन करते हुए पाया गया तो उसे बिना किसी वारंट के पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा।