Delhi CM Oath ceremony: दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हुआ है जब आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने शनिवार, 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने राज निवास पर आयोजित एक सादे समारोह में उन्हें शपथ दिलाई। इस प्रकार, आतिशी दिल्ली की तीसरी और सबसे कम उम्र की महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं।
नए मंत्रियों की सूची
आतिशी के साथ, आप के अन्य विधायक गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत ने भी मंत्री पद की शपथ ली। मुकेश अहलावत पहली बार दिल्ली सरकार में मंत्री बने हैं, जबकि अन्य सभी मंत्री पूर्व में भी अरविंद केजरीवाल की सरकार में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
केजरीवाल का इस्तीफा
इससे पहले, अरविंद केजरीवाल ने आबकारी नीति से संबंधित मामले में तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहाई के बाद 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके तुरंत बाद, आम आदमी पार्टी की विधायक दल की बैठक में आतिशी को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया।
आतिशी
आतिशी, जो दिल्ली के कालकाजी से विधायक हैं, ने कई महत्वपूर्ण विभागों जैसे शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, बिजली, और महिला एवं बाल विकास का नेतृत्व किया है। उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से इतिहास में मास्टर डिग्री प्राप्त की और आम आदमी पार्टी की स्थापना के समय से ही इस पार्टी से जुड़ी हैं।
सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज, जो ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट से विधायक हैं, ने स्वास्थ्य और शहरी विकास के महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार संभाला है। वह पहले दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और तकनीकी क्षेत्र में एक विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत रहे हैं।
कैलाश गहलोत
कैलाश गहलोत, नजफगढ़ विधानसभा से विधायक, ने परिवहन, राजस्व और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे मंत्रालयों का कार्यभार संभाला है। 15 अगस्त को, उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री की जगह तिरंगा फहराने के कारण सुर्खियों में आए।
गोपाल राय
गोपाल राय, जो आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रभारी हैं, पार्टी के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक माने जाते हैं। उन्होंने पर्यावरण मंत्रालय का कार्यभार संभाला और अन्ना आंदोलन के समय से ही अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी रहे हैं।
इमरान हुसैन
इमरान हुसैन, बल्लीमारान विधानसभा सीट से विधायक, मुस्लिम समुदाय में अपनी अच्छी पकड़ के लिए जाने जाते हैं। वह खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रह चुके हैं और जामिया मिलिया इस्लामिया से स्नातक हैं।
मुकेश अहलावत
मुकेश अहलावत, जो सुल्तानपुर माजरा से पहली बार विधायक बने हैं, को इस बार कैबिनेट में शामिल किया गया है। इससे पहले, यह सीट कांग्रेस के नियंत्रण में थी और अब वह एक नई शुरुआत के प्रतीक के रूप में उभरे हैं।
आतिशी के नेतृत्व में नई कैबिनेट का गठन दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है। उनकी युवा नेतृत्व क्षमता और अनुभव इस नई सरकार के लिए कई संभावनाएं उत्पन्न कर सकती हैं।