रेस इको चेन लिमिटेड और गणेशा इकोस्फीयर लिमिटेड भारत के रीसाइकल्ड पीईटी मार्केट को आगे बढ़ाने के लिए बनाएगा स्ट्रेटेजिक जॉइंट वेंचर

Share on:

प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट में लगी भारत की सबसे तेजी से बढ़ती कंपनियों में से एक, रेस इको चेन लिमिटेड (बीएसई: 537785, एनएसई: RACE) ने घोषणा की है कि वह और गणेश इकोस्फीयर लिमिटेड, भारत में सबसे बड़ा पीईटी रिसाइक्लर है और यह मिलकर गणेश रीसाइक्लिंग चेन प्राइवेट लिमिटेड नामक एक जॉइंट वेंचर बनाएंगे। बोर्ड ने गणेश इकोस्फीयर लिमिटेड के साथ एक संयुक्त उद्यम में प्रवेश करने के लिए अपनी सैद्धांतिक मंज़ूरी दे दी है। जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है और निष्पादित नहीं किया गया है।

इस कोलैबोरेशन का उद्देश्य पीईटी (PET) बोतलों को दोबारा इस्तेमाल के लिए फ्लेक्स में बदलने हेतु भारत भर में कई वाशिंग लाइनें लॉन्च करना है। जॉइंट वेंचर से प्रपोज्ड शेयरहोल्डिंग के साथ स्थिरता में पर्याप्त प्रगति होने की उम्मीद है, जिसमें रेस इको चेन 51% इक्विटी हिस्सेदारी और गणेश इकोस्फीयर 49% हिस्सेदारी हासिल करेगा। टार्गेट एंटिटी के इनकॉरपोरेशन के बाद, यह रेस इको चेन लिमिटेड की सहायक कंपनी बन जाएगी। आने वाले वर्षों में, वेंचर की योजना पूरे भारत में कई वाशिंग लाइनें स्थापित करने की है, जिनका उपयोग क्वॉलिटी पीईटी फ्लेक्स के उत्पादन के लिए किया जाएगा, जिससे प्लास्टिक कचरे में काफी कमी आएगी और एक सर्कुलर इकनॉमिक को बढ़ावा मिलेगा।

यह जॉइंट वेंचर एनवायरनमेंटल, सोशल और गवर्नेंस (ESG) जनादेश और नियामक आवश्यकताओं द्वारा संचालित, भारत में रीसाइकल्ड पीईटी (rPET) की बढ़ती मांग को संबोधित करने के लिए तैयार है। भारत सरकार ने निर्धारित किया है कि पैकेजिंग में 2025-2026 तक 30% रीसाइकल्ड प्लास्टिक होना चाहिए, जो 2028-2029 तक बढ़कर 60% हो जाएगा। यह पहल रीसाइकल्ड मटेरियल और प्रोजेक्ट के महत्व को रेखांकित करती है जिससे की भारत में 2031 तक आरपीईटी (rPET) की मांग 1 मिलियन टन से अधिक हो जाएगी।

रीसाइक्लिंग इंडस्ट्री के अंदर रोजगार के अवसर पैदा करके, यह पहल पर्यावरण संरक्षण और आर्थिक विकास दोनों को आगे बढ़ाती है। जॉइंट वेंचर में यह इन्वेस्टमेंट ईएसजी (ESG) की बढ़ती मांग और रेगुलेटरी डिमांड (ईपीआर रूल्स) के जवाब में है। रेस इको चेन में गणेश इकोस्फीयर के लगभग 3% हिस्सेदारी के पूर्व अधिग्रहण के साथ, संयुक्त उद्यम एक स्थायी भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करता है।

इस विकास के बारे में बात करते हुए, रेस इको चेन लिमिटेड के मैनेजमेंट ने आगे कहा कि, “यह जॉइंट वेंचर रेस बिज़नेस के एक महत्वपूर्ण फॉरवर्ड इंटीग्रेशन का प्रतीक है, जो RACE को हाइअर-मार्जिन वाले अवसरों के लिए स्थापित करता है। हमें विश्वास है कि गणेश इकोस्फीयर के एक्सटेंसिव रिसोर्सेज़ और इंडस्ट्री एक्स्पर्टीज़ का लाभ उठाने से हम अपने आर्थिक और पर्यावरणीय दोनों उद्देश्यों को प्राप्त करने में सक्षम होंगे, जिससे भविष्य के लिए सतत विकास होगा।”

प्लास्टिक कचरे के कारण होने वाले कार्बन फुटप्रिंट पर अंकुश लगाने के लिए समर्पित, रेस (रीसाइक्लिंग एंड सर्कुलर इकोनॉमी) एनवायरनमेंटल सेक्टर में एक पायनियरिंग (पथ प्रदर्शन) के रूप में उभरी है। अग्रणी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हुए, यह प्लास्टिक कचरे के पूरे जीवनचक्र का प्रबंधन करता है, जिससे संग्रह से निपटान तक पता लगाने की क्षमता सक्षम होती है। यह सुरक्षित आदान-प्रदान के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करता है, साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित ऐप के माध्यम से खरीदारों और विक्रेताओं के बीच कनेक्शन को बढ़ावा देता है। पीईटी फैब्रिक को जीआरएस (ग्लोबल रीसायकल स्टेंडर्ड) मानकों को पूरा करने वाले उत्पादों में रीसाइक्लिंग करने से इंडस्ट्री के लिए अकाउंटेबिलिटी और ट्रांसपेरेंसी का एक नया मानक स्थापित होता है। रिस्पांसिबल प्रैक्टिस मूवमेंट के एक गौरवान्वित सदस्य के रूप में, रेस एंड-टू-एंड ट्रैसेबिलिटी प्रदान करते हुए स्थिरता को बढ़ावा देता है। हाल ही में RACE ने असंगठित अपशिष्ट सप्लाई चेन को व्यवस्थित करने के लिए कई ब्रांड्स, कॉरपोरेट्स और रिसाइक्लर्स के साथ सहयोग किया है।

इससे पहले, रेस और ज़ेप्टो (किरानाकार्ट टेक्नोलॉजीज) ने घरों से उपभोक्ता अपशिष्ट संग्रह के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदारी को मजबूत किया था। इस कलैबरेशन की मदद से, ZEPTO के डेडिकेटेड डिलीवरी एजेंट्स को घरों से सीधे PET बोतलें एकत्र करने, पोस्ट-कंज्यूमर वेस्ट PET बोतलों की कुशल प्राप्ति के द्वारा व्यापक पता लगाने की क्षमता प्राप्त करने का काम सौंपा गया है। रेस की प्रकृति के केंद्र में इसकी तकनीकी शक्ति को आगे बढ़ाने की दृढ़ प्रतिबद्धता है। रेस अपने विशाल नेटवर्क के साथ अपशिष्ट आपूर्ति श्रृंखला को व्यवस्थित करने, नई प्रौद्योगिकियों के उपयोग और RACE ऐप के साथ सप्लाई चेन के डिजिटलीकरण के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे मज़बूत ESG फोकस प्राप्त होता है। कंपनी की प्रतिभूतियाँ बीएसई और एनएसई दोनों पर सूचीबद्ध हैं।