वहां बच्चे कागज की नाव नहीं बनाते बल्कि खुद बहकर आते हैं। बारिश शुरू होते ही रहवासी घुटने घुटने पानी में से निकलकर अपने घर जाते हैं। सारी – सारी रात जागकर मकानों से पानी उलीचते लोग यहां अक्सर दिख जाते हैं। ज्यादा देर बारिश हो जाये तो इनके ग्रहस्थी के सामान जल जमाव में तैरने लग जाते हैं। ये सिलसिला एक दो दिन नहीं पूरी बारिश के मौसम में अनेक बार पंद्रह पंद्रह दिनों तक लोगों ने भोगा है। यूँ तो ग्यारह वर्ष हो गए इस समस्या को भोगते – भोगते मगर तीन वर्षों में 45 से अधिक आवेदन देने के बाद भी ये नरक जीवन जी रहे हैं। सांसद , विधायक , पार्षद , महापौर , आयुक्त , जेड ओ सहित तमाम अधिकारियों – जनप्रतिनिधियों को मौका बता देने के बाद भी जहर का घूंट पी रहे हैं। जी हां ये नजारा गुजरात , बिहार या दिल्ली में हो रही घनघोर वर्षा से त्रस्त नागरिकों का नहीं बल्कि दुनिया के सबसे स्वच्छ शहर की द्वारकापुरी का है । नगर निगम झोन क्रमांक 14 वार्ड क्रमांक 84 की राजश्री बेकरी वाली गली का है। समीप के ही वार्ड 82 में महापौर जी का भी निवास है…मगर इस समस्या के प्रति वे भी उदास हैं । लगभग सौ मकानों के रहवासी इस पीड़ा को भोग रहे हैं । नेताओं – अधिकारियों के दफ्तर में जा जाकर चप्पल घिस गई मगर किसी के कान में जूं तक नहीं रेंगी । दरअसल गली ऐसी है कि जिसमें दोनों तरफ से ढलान है और सारे मकान उन दो ढलानों के मध्य बने है । पास वाली गलियों का पानी भी वहीं इकट्ठा होता है जिससे जल जमाव हो जाता है…महज 10 मिनट की बारिश में ही गली में 3 फीट से अधिक पानी भर जाता है । वार्ड के पार्षद हर बारिश के मौसम में सिर्फ आश्वासन का पिटारा ही थमाते है फिर कभी देखने भी नहीं आते हैं । लखन दादा की अयोध्या की ये बस्ती नाम की ही द्वारिका है बाकी तो उनके शागिर्द इसी क्षेत्र से महापौर परिषद में होने के बाद भी तनिक ध्यान नही दे रहे । गली के रहवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों झोन 14 के जेडओ से मिला तो उन्होंने जानकारी दी कि गली की सड़क का लेवल सही करने हेतु 2 बार टेंडर हुए लेकिन आज तक कोई ठेकेदार उस काम को हाथ में नही ले रहा है । वर्तमान में फिर टेंडर निकला जिसका प्रोजेक्ट नम्बर : PW2-152-24-700 है तथा टेंडर नम्बर : UAD 356368-1 है । जेडओ ने भी ये आंकड़ों व नम्बरों की बाजीगरी करके पल्ला झाड़ लिया । अब स्थानीय रहवासी क्रमबद्ध आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं । कभी तो समस्या का हल होगा आज नही तो कल होगा इस उम्मीद पर जीते जीते रहवासी थक चुके हैं अब आक्रोश की झलक साफ दिखाई दे रही है । रहवासियों का कहना है कि पिछले वर्ष बारिश में एक गली पहले ही प्रजापत नगर में बाइक , कार और लोगों के बहते हुए वीडियो खूब वायरल हुए थे नगर निगम को फिर वैसी ही किसी अनहोनी का इंतजार है । प्रतिनिधिमंडल में नितिन रघुवंशी , ओम दसौंधी , गोपाल मेहता, महेश पूर्वे , नरेंद्र माहेश्वरी, मनोज नामदेव, योगेन्द्र , सिद्धार्थ सोनी ,अमित , रामबाबू बाहेती , रानू राठौर , द्रोपती गुरबानी इत्यादि शामिल थे ।