जम्मू-कश्मीर में आतंकी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. सोमवार सुबह आतंकियों ने राजौरी में भारतीय सेना के कैंप पर हमला कर दिया. हालांकि, इस हमले को नाकाम कर दिया गया. तब से लगातार ऑपरेशन जारी है.
घटना की जानकारी देते हुए रक्षा प्रवक्ता कर्नल सुनील बरतवाल ने कहा कि सेना ने राजौरी से कुछ ही दूरी पर एक गांव में सेना की चौकी पर एक बड़े आतंकवादी हमले को नाकाम कर दिया। आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी अभी भी जारी है. इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आतंकियों की तलाश जारी है.
मुठभेड़ में कई जवान शहीद हो गये
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खात्मे के लिए लगातार ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में इस केंद्र शासित प्रदेश में कई बड़ी आतंकी घटनाएं हुई हैं. मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने कई आतंकियों को मार गिराया है जबकि कई जवान घायल हो गए हैं।
कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया. इससे पहले जम्मू के डोडा में मुठभेड़ में सेना के दो जवान घायल हो गए थे. 15 जुलाई को डोडा मुठभेड़ में एक अधिकारी समेत भारतीय सेना के चार जवान शहीद हो गए थे.
सेना ने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी
जम्मू क्षेत्र में लगातार हो रही आतंकी घटनाओं को देखते हुए भारतीय सेना ने वहां सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है. सेना ने इलाकों में 3000-4000 अतिरिक्त जवानों को तैनात किया है. जानकारी के मुताबिक, जम्मू क्षेत्र में 40 आतंकी सक्रिय हैं. जिन इलाकों में आतंकी सक्रिय हैं उनमें रियासी, डोडा, कठुआ, भद्रवाह और उधमपुर शामिल हैं।
पिछले महीने एक बड़ी आतंकी घटना हुई थी
पिछले महीने जम्मू-कश्मीर में कई बड़े आतंकी हमले हुए. आतंकियों ने रियासी, कठुआ और डोडा में चार जगहों पर हमला किया. 9 जून को रियासी हमले में नौ श्रद्धालु मारे गए थे. 7 सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं.
इस हमले में सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हो गया. साथ ही कठुआ में भी सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया. आतंकियों के पास से भारी संख्या में गोला-बारूद बरामद हुआ है.