कश्मीर में चल रही अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की आतंकवादियों की नापाक मंशा को बड़ा झटका लगा है। कुलगाम जिले में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में मारे गए छह आतंकवादियों की पहचान स्थानीय लोगों के रूप में की गई है। पुलिस ने बताया कि आतंकवादी महीनों से चनिगाम और मोदरगाम गांवों में अत्याधुनिक कंक्रीट के ठिकानों का इस्तेमाल कर रहे थे। चिनियागाम में मुठभेड़ स्थल से एक शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) भी बरामद किया गया है।
पुलिस ने बताया कि छह आतंकवादी कुलगाम और पड़ोसी शोपियां जिलों में कई मामलों में नामजद थे। उन्होंने अभियान को सुरक्षा बलों के लिए बड़ी सफलता और हिजबुल मुजाहिदीन के लिए झटका बताया। कमांडर 1 सेक्टर राष्ट्रीय राइफल्स ब्रिगेडियर प्रथिव राज चौहान ने कहा कि उन्हें काफी समय से इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिल रही थी।
चौहान ने कहा कि ऑपरेशन में मारे गए चार आतंकियों की पहचान यावर बशीर डार, जाहिद डार, शकील वानी और तौकीर अहमद राथर के रूप में हुई है। उन्होंने कहा, हमने छह किलो का आईईडी भी बरामद किया, जिसे मौके पर ही विस्फोट कर नष्ट कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि छह आतंकवादी कुलगाम और पड़ोसी शोपियां जिलों में कई मामलों में नामजद थे।
सुचना के अनुसार सूत्रों और निगरानी उपकरणों को सक्रिय किया और इस क्षेत्र पर लगातार नजर रखी गई। एक घंटे बाद सेना के एक जवान ने चार लोगों को फेरन में घूमते देखा, जो असामान्य था। गर्मी के मौसम को देखते हुए यह संदिग्ध था। हमारे जवानों ने उन्हें चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप मुठभेड़ हुई, जिसमें हमारे एक जवान की जान चली गई। 24 घंटे तक चली मुठभेड़ में चार आतंकी मारे गए। इस ऑपरेशन में एक पैरा कमांडो समेत दो जवान भी शहीद हो गए, यह इस साल कश्मीर में सबसे बड़ा ऑपरेशन था।