राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 18वीं लोकसभा के गठन के बाद पहली बार आज संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। 18वीं लोकसभा एनडीए सरकार का तीसरा कार्यकाल है।
संविधान के अनुच्छेद 87 के अनुसार, राष्ट्रपति को लोकसभा चुनाव के बाद सत्र की शुरुआत में संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करना आवश्यक है। राष्ट्रपति हर साल पहले सत्र में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को भी संबोधित करते हैं।
‘धन्यवाद प्रस्ताव किया जाएगा पेश’
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद के दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। आज से राज्यसभा का सत्र शुरू होगा।
‘दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए ओम बिरला’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पेश प्रस्ताव और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा समर्थित प्रस्ताव को बुधवार को सदन द्वारा ध्वनिमत से स्वीकार कर लिए जाने के बाद ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए। प्रधानमंत्री मोदी ने निचले सदन के अध्यक्ष के रूप में दोबारा निर्वाचित होने पर बिड़ला को बधाई देते हुए कहा कि अमृत काल में दूसरी बार इस पद पर आसीन होना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ओम बिरला को उनके पुनः निर्वाचन पर बधाई दी और कहा कि लोकसभा अध्यक्ष जनता की आवाज का अंतिम निर्णायक होता है तथा इस बार विपक्ष 17वीं लोकसभा की तुलना में उस आवाज का अधिक प्रतिनिधित्व करता है। बिरला ने अपने भाषण के दौरान विश्वास व्यक्त किया कि 18वीं लोकसभा बाबा साहब द्वारा बनाए गए संविधान की रक्षा और संरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कायम रखेगी। बिरला ने कहा कि 18वीं लोकसभा देश में कानून के शासन और शक्तियों के विकेंद्रीकरण के प्रति प्रतिबद्ध रहेगी।
18वीं लोकसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर अपने पहले भाषण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह जरूरी है कि सदन में विपक्ष की आवाज को भी उठाया जाए। गांधी ने उम्मीद जताई कि विपक्ष को सहयोग और विश्वास के साथ सदन में जनता की आवाज उठाने की इजाजत दी जाएगी।