विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि विदेश मंत्रालय पासपोर्ट वितरण पारिस्थितिकी तंत्र को बेहतर बनाने के प्रयासों के तहत पासपोर्ट आवेदकों के पुलिस सत्यापन में लगने वाले समय को कम करने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पुलिस बलों के साथ काम कर रहा है।
पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर एक संदेश में, जयशंकर ने कहा कि उनका मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पासपोर्ट अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश को सुविधाजनक बनाकर और वैश्विक गतिशीलता को बढ़ाकर देश के विकास को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करें। बेहतर पासपोर्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए, मंत्रालय ने 440 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू किए हैं। यह देश भर में 93 पासपोर्ट सेवा केंद्रों, 533 पासपोर्ट प्रसंस्करण केंद्रों और 37 क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों के अतिरिक्त है। मंत्रालय ने विदेशों में 187 भारतीय मिशनों में पासपोर्ट जारी करने की प्रणालियों को भी एकीकृत किया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने वाला ‘एमपासपोर्ट पुलिस ऐप‘ 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 9000 पुलिस स्टेशनों में शुरू किया गया है। उन्होंने कहा, ष्पासपोर्ट सेवा प्रणाली को कागज रहित दस्तावेज़ीकरण प्रक्रिया की सुविधा के लिए डिजिलॉकर प्रणाली के साथ सफलतापूर्वक एकीकृत किया गया है। जयशंकर ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पासपोर्ट अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश को सुविधाजनक बनाकर, पर्यटन को बढ़ावा देकर, वैश्विक गतिशीलता, शिक्षा और कौशल विकास, राजनयिक संबंधों, सुरक्षा और विनियमन और कानूनी पहचान को बढ़ाकर देश के विकास को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करें। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट संकट प्रबंधन में भी मदद करते हैं, और इसी अवधि में पासपोर्ट और अन्य संबंधित सेवाओं में 15प्रतिशत की वृद्धि हुई।