केंद्र द्वारा रविवार को निर्धारित NEET-PG 2024 परीक्षा को स्थगित करने की घोषणा के बाद कुछ छात्र संगठनों और डॉक्टरों के संघों ने इस निर्णय पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि देश की शिक्षा प्रणाली बर्बाद हो गई है। उन्होंने NEET-PG और NEET-UG परीक्षा आयोजित करने के लिए जिम्मेदार एजेंसी की उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की। यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ लक्ष्य मित्तल ने कहा कि NEET-PG परीक्षा आयोजित होने के बाद से करीब 10 घंटे पहले ही रद्द कर दी गई थी। इस परीक्षा के लिए छात्र कई दुरीयों से अपनी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने के लिए यात्रा कर रहे थे।
मित्तल ने एएनआई से कहा कि कल होने वाली NEET-PG परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। परीक्षा की सत्यनिष्ठा और संवेदनशीलता को देखते हुए इसे स्थगित किया गया है। NEET-UG के बाद यह एक और घोटाला है। उन्होंने कहा NEET-PG और NEET-UGदोनों के संचालन अधिकारियों की जांच होनी चाहिए। भारत की चिकित्सा शिक्षा प्रणाली को बर्बाद कर दिया गया है। NEET-UG मामले की सीबीआई जांच एक सराहनीय कदम है।
इस बीच छात्र संगठन एबीवीपी के महासचिव याज्ञवल्क्य शुक्ला ने NEET-PGपरीक्षा रद्द करने के संबंध में केंद्र और राष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड से जवाब मांगा। शुक्ला ने एक वीडियो में कहा, अगर राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड या स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को किसी भी तरह का संदेह था तो उन्हें पूरी पारदर्शिता के साथ उम्मीदवारों के सामने सब कुछ सामने लाना चाहिए था। छात्र संगठन सरकार और राष्ट्रीय शिक्षा बोर्ड से मांग करते हैं कि छात्रों को इस कदम के पीछे के कारणों और परिस्थितियों को जानने का अधिकार है।
इस सरकार ने कई स्तरों पर छात्रों को विफल कर दिया है। डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ रोहन कृष्णन ने छात्रों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की और परीक्षा रद्द करने के बारे में केंद्र से स्पष्टीकरण की मांग की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को NEET-PG 2024 परीक्षा स्थगित कर दी। परीक्षा की नई तिथि की घोषणा अभी नहीं की गई है। यह NEET-UG 2024 परीक्षा के परिणामों के हफ्तों बाद आया है। जिसने मेडिकल प्रवेश परीक्षा की अंकन प्रणाली में कथित अनियमितताओं को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था।