मध्यप्रदेश से मोदी मंत्रीमंडल में एक बार फिर से 5 सांसदों को जगह मिली है। वहीं मंडला के भाजपा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिल सकी है। बता दें कुलस्ते पिछले सरकार सहित तीन बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री का पद संभाल चुके हैं। वहीं इस बार मंत्रीमंडल में जगह ना मिलने को लेकर बड़ी बात कही है। मीडिया से बातचीत में कहा कि वे चौथी बार केंद्रीय राज्य मंत्री नहीं बनना चाहते थे, इसलिये इस बार इनकार कर दिया।
इतना ही नही उन्होंने बीजेपी के अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा कि और कहा कि किसी आदिवासी चेहरे को अवसर दिया जाना चाहिये। बातचीत के दौरान फग्गन सिंह कुलस्ते ने बताया कि उनकी भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से भी इसको लेकर चर्चा हुई है।
प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता हैं कुलस्ते
बता दें फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम मध्य प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता के रूप में शुमार किया जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री बनाया जा रहा था, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं थे। कैबिनेट होता तो ठीक था। कुलस्ते केंद्रीय मंत्रिमंडल में तीन बार राज्यमंत्री रह चुके हैं।
इस बार सावित्री ठाकुर को मिला है अवसर
गौरतलब कि मध्य प्रदेश से मोदी मंत्रिमंडल में आदिवासी नेता के तौर पर इस बार धार की सांसद सावित्री ठाकुर को अवसर दिया गया है। राज्य में भाजपा ने सभी 29 लोकसभा सीटें अपने नाम की हैं। जहां शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सावित्री ठाकुर बीरेंद्र सिंह को मौका मिला है।
कई मंत्रालय का पद संभाल चुकें हैं कुलस्ते
मोदी कैबिनेट में पिछली बार फग्गन सिंह कुलस्ते ग्रामीण विकास राज्यमंत्री बनाए गए थे, जबकि पहले कार्यकाल में उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्यमंत्री का पद मिला था। एनडीए की अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कुलस्ते आदिवासी मामलों और संसदीय कार्य राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।