इंदौर की तहसीलों में सर्व-सुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर के साथ जन-सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे- मंत्री सिलावट

Shivani Rathore
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भोपाल : कोरोना वायरस समाज में तबाही लाया हुआ है। इस अदृश्य दुश्मन के विरुद्ध जारी इस युद्ध को जनसहयोग से अवश्य जीतेंगे। साधनों एवं संसाधनों का बेहतर उपयोग कर कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने का हर संभव प्रयास करना है। इसलिए जरूरी है कि जिले के शहरी क्षेत्रों की तरह ही ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए जनता कर्फ्यू के नियमों का पालन सख्ती से कराया जाए।

इंदौर के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने जिले के कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के उचित इलाज के लिये जिले के प्रत्येक तहसील में सर्व सुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर के साथ जन सहयोग से ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएं। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना वैक्सीन के लिए भी जागरूकता अभियान चलाया जाए। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री कविता पाटीदार, श्री मनोज पटेल और श्री मधु वर्मा उपस्थित थे।

हर कोविड केयर सेंटर में 108 एंबुलेंस अनिवार्य रूप से रहे उपस्थित
मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए कि प्रत्येक तहसील में कोविड केयर सेंटर बनाए जाए एवं उनके समीप ही स्थानों को चिन्हित कर ऑक्सीजन प्लांट निर्माण करने की प्रक्रिया भी जल्द से जल्द शुरू की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों एवं तहसील स्तर पर बनाए जा रहे कोविड केयर सेंटर में 108 एंबुलेंस की उपलब्धता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए। सभी कोविड केयर सेंटर सर्व सुविधायुक्त हो एवं उनमें मरीजों के उपचार एवं सुविधा के लिये पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए जाए। उन्होंने सभी प्राथमिक एवं सामूहिक स्वास्थ्य केंद्रों में 50 प्रतिशत बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर के रूप में आरक्षित किए जाने के निर्देश दिए।

ग्रामीण क्षेत्रों के हर घर का हो सर्वे, हर संदिग्ध मरीज को दी जाए मेडिकल किट
प्रभारी मंत्री श्री सिलावट ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में पटवारी, सचिव, रोजगार सहायक एवं अन्य मैदानी अमले के माध्यम से ग्रामीणजनों को कोविड प्रोटोकॉल एवं जनता कर्फ्यू के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक घर का सर्वे कराया जाए एवं संदिग्ध मरीज पाए जाने पर उन्हें मेडिकल किट भी दी जाए। लोगों को यह समझाइश दी जाए कि कोविड के लक्षण दिखने पर वे किस तरह से स्थानीय फीवर क्लीनिक में जाकर अपना टेस्ट करा सकते हैं और क्या-क्या उपाय अपनाकर स्वयं को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि जनपद पंचायत स्तर पर कॉल सेंटर स्थापित कर 24 घंटे कॉल रिसीव किए जाने की व्यवस्था की जाये।