पढ़ाई के प्रति अटूट जज्बा: मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले में मनीषा अहिरवार नामक एक युवती ने प्रसव के 48 घंटे बाद ही डिजिटल मार्केटिंग की परीक्षा देने के लिए 40 किलोमीटर का सफर तय किया। मनीषा की यह कहानी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और लोग उनकी हिम्मत और जज्बे की सराहना कर रहे हैं।
मनीषा अहिरवार, मुंगावली की रहने वाली हैं। 23 मई को उन्होंने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद अस्पताल में रहते हुए भी मनीषा को अपनी परीक्षा की चिंता सता रही थी। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से परीक्षा देने की अनुमति मांगी और अनुमति मिलने के बाद वे 25 मई को परीक्षा देने के लिए पिपरई के सरकारी कॉलेज पहुंच गईं।
कॉलेज प्रशासन ने मनीषा की इस हौसले को देखते हुए उनका पूरा सहयोग किया। उन्हें परीक्षा केंद्र में अलग बैठने की व्यवस्था दी गई और उनके स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा गया। मनीषा ने पूरे ढाई घंटे में परीक्षा दी और फिर वापस अपने बच्चे के पास लौट आईं।
मनीषा अहिरवार की यह कहानी उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है जो अपनी शिक्षा और सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। मनीषा ने यह साबित कर दिया है कि मातृत्व और शिक्षा दोनों को एक साथ संभाला जा सकता है।