अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार 23 मई को अपनी पत्नी सुनीता के राजनीति में अस्थायी रूप से प्रवेश के बारे में बात की। जब दिल्ली के मुख्यमंत्री को धन शोधन मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था। तब सुनीता केजरीवाल ने केजरीवाल के स्थान पर अहम् भूमिका का निर्वाह किया था।
जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनकी पत्नी सुनीता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया, “मेरे जैसे सनकी व्यक्ति को बर्दाश्त करना आसान नहीं है।”
EXCLUSIVE | VIDEO: “What I feel from people’s response is that the INDIA bloc should win all the seven (Lok Sabha) seats (in Delhi). The winning margins keep changing, so this time… what I can see is the success we have been getting in (Delhi) Assembly polls… a similar wave… pic.twitter.com/iHPqXcKM6n
— Press Trust of India (@PTI_News) May 23, 2024
क्या सुनीता राजनीति में शामिल होंगी?
पीटीआई को दिए गए एक इंटरव्यू में अरविंद केजरीवाल ने कहा, “सुनीता ने हमेशा मेरे जीवन में मेरा साथ दिया है और मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके जैसा साथी मिला। मेरे जैसे सनकी व्यक्ति को बर्दाश्त करना आसान नहीं है। मुझे याद है कि मैंने वर्ष 2000 में आयकर विभाग से इस्तीफा दे दिया था और दिल्ली की झुग्गियों में काम करना शुरू कर दिया था। मैंने 10 साल तक दिल्ली की झुग्गियों में काम किया, उस समय भी उन्होंने मेरा साथ दिया।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या सुनीता केजरीवाल सक्रिय राजनीति में शामिल होंगी, तो दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “जब मुझे गिरफ्तार किया गया था, तो उन्होंने मेरे और दिल्ली के लोगों के बीच एक पुल की तरह काम किया… वह एक अस्थायी बात थी। उन्हें सक्रिय राजनीति में भाग लेने में कोई दिलचस्पी नहीं है। मुझे नहीं लगता कि वह भविष्य में कोई चुनाव लड़ेंगी।”