इंदौर में कांग्रेस पार्टी के साथ आखिरी समय पर हुए खेल के बाद अब जीतू पटवारी कई नई रणनीति बना रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि इंदौर में कांग्रेस किसी निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन नहीं देगी। जनता के पास नोटा का विकल्प है। कांग्रेस इंदौर में रैलियां करेगी, सभाएं लेगी और शहर की जनता से लोकतंत्र को बचाए रखने की मांग करेगी।
पटवारी ने कहा कि देश में इंदौर की गिनती साफ शहरों में होती है, लेकिन भाजपा ने इसे राजनीतिक तौर पर सबसे ज्यादा प्रदूषित कर दिया। सोमवार को जो हुआ, उससे वोट की ताकत खतरे में है। लोकतंत्र की हत्या में इंदौर अव्वल हो गया। राहुल गांधी ने इंदौर के घटनाक्रम पर मुझसे पूछा कि इंदौर में सुमित्रा महाजन भी रहती है। उन्होंने यह सब कैसे होने दिया। वे कुछ नहीं बोली।
पटवारी ने कहा कि भाजपा अब राजनीतिक माफिया को पनपा रही है। हो सकता है हमने कमी हो, कांग्रेस का संगठन कमजोर हो, लेकिन जो पार्टी ताकतवर है। इंदौर की 9 सीटों पर जिसने जनता के वोटों से जीत पाई। उनसे इंदौर में जो काम किया, उससे इंदौर कलंकित हुआ है और उसका बाकायदा जश्न मनाया जा रहा है। अब यह लड़ाई भाजपा और कांग्रेस की नहीं,बल्कि भाजपा और जनता के बीच की है।