पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग की पत्नी अमृता वारिंग ने सोमवार, 29 अप्रैल को कांग्रेस के ‘हाथ’ चिन्ह की तुलना पहले सिख गुरु, गुरु नानक के ‘पंजा’ (हाथ) से की, जिससे एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया। अमृता ने ये बयान एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान दिया जहां उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस का असली चुनाव चिह्न गुरु नानक का हाथ था। उन्होंने आगे सुझाव दिया कि पार्टी द्वारा ‘पंजा’ चिन्ह को अपनाना श्रद्धेय सिख गुरु को श्रद्धांजलि है। पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और भाजपा तथा शिरोमणि अकाली दल समेत विपक्षी दलों ने इन टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला।
AAP की पंजाब इकाई ने एक्स पर कहा
इस बयान की पूरे राजनीतिक जगत में तीखी आलोचना हुई क्योंकि कई लोगों ने एक राजनीतिक दल के प्रतीक के साथ धार्मिक प्रतीकों के इस तरह के जुड़ाव की उपयुक्तता पर सवाल उठाया। आप की पंजाब इकाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, थोड़ा सा ज्ञान प्राप्त करें, अमृता वारिंग। कांग्रेस सरकार ने पंजाब में युवाओं को मार डाला। पंजाब को अंधकार काल में धकेल दिया, आपातकाल लगा दिया, हमारे पवित्र गुरुधाम दरबार साहिब पर टैंक चढ़ा दिए।
इंप्रीत सिंह बख्शी ने भी अमृता वारिंग पर निशाना साधा
पूर्व भाजपा विधायक इंप्रीत सिंह बख्शी ने भी अमृता वारिंग पर निशाना साधा और कहा कि उनकी “सच्चाई के प्रति घोर उपेक्षा भयावह है”। उन्होंने कहा, “विरूपण और हेरफेर बहुत हो गया! @AmritaWarring की सत्य के प्रति घोर उपेक्षा भयावह है। गुरु नानक देव जी की विरासत को राजनीतिक एजेंडे में घसीटे जाने से बेहतर है। @INCIndia, अब घर को साफ करने और प्रचार पर ईमानदारी को प्राथमिकता देने का समय है।”
कांग्रेस ने अभी तक इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है
कांग्रेस ने लुधियाना सीट पर मौजूदा सांसद रवनीत सिंह बिट्टू को टक्कर देने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग को मैदान में उतारा है। 2019 में सीट जीतने वाले बिट्टू ने लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए।
पंजाब में मतदान
चुनाव के सातवें चरण में 1 जून को पंजाब में मतदान होगा, जो 13 विधायकों का चुनाव करता है। मतगणना 4 जून को होनी है।