दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ आप नेता मनीष सिसौदिया ने जेल से पत्र लिखकर कहा है कि वह जल्द ही जेल से बाहर आएंगे। जेल में बंद नेता ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को संबोधित एक पत्र में कहा कि उनकी पार्टी अच्छी शिक्षा और स्कूलों के लिए लड़ रही है, जैसे सभी ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी।
आप नेता ने कहा, आजादी का सपना ब्रिटिश तानाशाही के बाद ही साकार हुआ। इसी तरह एक दिन हर बच्चे को उचित और अच्छी शिक्षा मिलेगी। उन्होंने तिहाड़ जेल से अपने पत्र में कहा, हम जल्द ही बाहर मिलेंगे।
अपने पहले पत्र में क्या कहा?
शराब नीति मामले में 13 महीने से अधिक समय तक जेल में रह चुके सिसौदिया ने कहा कि अंग्रेज भी अपनी ताकत को लेकर अहंकारी थे और उन्होंने महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला को जेल में डाल दिया गया। 15 मार्च को लिखे पत्र में लिखा है कि अंग्रेजों को भी अपनी ताकत पर बहुत घमंड था और वे जिसे चाहते थे अंदर दाल देते थे। झूठे आरोप में जेल में डाल देते थे। अंग्रेज़ो ने यह भी सोचा होगा कि ये जेल की दीवारें आज़ादी की लड़ाई लड़ने वालों को तोड़ देंगी।
गांधी और मंडेला को अपनी प्रेरणा बताते हुए सिसौदिया ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के निवासियों से कहा, आप सभी मेरी ताकत हैं। जेल में रहते हुए आप लोगों के प्रति मेरा प्रेम और भी बढ़ गया।
‘शराब घोटाले में गिरफ्तार नेता’
सिसौदिया कथित शराब नीति घोटाले में गिरफ्तार होने वाले पहले कुछ आप नेताओं में से एक हैं। उनकी पार्टी के प्रमुख, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और BRS नेता के कविता को लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले पिछले महीने इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में गिरफ्तार एक अन्य आप नेता संजय सिंह को भी इसी सप्ताह की शुरुआत में रिहा कर दिया गया।