Indore News : शैक्षिक सहयोग को प्रोत्साहित करने और भूमि बंदरगाह प्रबंधन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आईआईएम इंदौर ने भारतीय भूमि बंदरगाह प्राधिकरण (एलपीएआई) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस सहयोग का उद्देश्य न केवल भारत की सीमाओं के भीतर, बल्कि नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार जैसे पड़ोसी देशों तक भूमि बंदरगाह प्रबंधन और संचालन में प्रशिक्षण के माध्यम से उनके विकास की पहल को बढ़ावा देना है। एमओयू पर 02 अप्रैल, 2024 को आईआईएम इंदौर के निदेशक, प्रो. हिमांशु राय, और श्री अजीत कुमार सिंह, निदेशक, संचालन, एलपीएआई द्वारा हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर प्रो. मनीष पोपली, फैकल्टी, आईआईएम इंदौर और श्री महेश कुमार, एडवाइजर (ट्रेनिंग), एलपीएआई भी उपस्थित रहे।
प्रो. राय ने लक्षित शैक्षिक पहलों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए आईआईएम इंदौर की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आईआईएम इंदौर के लिए एलपीएआई के साथ सहयोग करना प्रसन्नता का विषय है। यह समझौता ज्ञापन न केवल भारत सरकार और प्रशासनिक विभागों बल्कि पड़ोसी देशों में भूमि प्राधिकरण अधिकारियों को प्रासंगिक और उद्योग-केंद्रित शिक्षा और प्रशिक्षण के साथ सशक्त बनाने के हमारे समर्पण का प्रतीक है।
हम एलपीएआई के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रशिक्षित करेंगे, और साथ ही हम अन्य देशों के भूमि बंदरगाह अधिकारियों को एक साथ प्रशिक्षित करेंगे।” इस समझौता ज्ञापन के तहत हम ऑफलाइन और ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम संचालित करेंगे, नवीन पाठ्यक्रम और ट्रेनिंग मॉड्यूल विकसित करेंगे, रिसर्च करेंगे और सेमिनार और कांफ्रेंस भी आयोजित करेंगे। “हमारा उद्देश्य सामान्य प्रबंधन और डोमेन-स्पेसिफिक पर एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रोग्राम तैयार करना है, जो बंदरगाहों के प्रबंधन पर केन्द्रित हों। साथ ही हम ऐसी पठन सामग्री विकसित करेंगे जो इस क्षेत्र में मूल्यवान अंतर्दृष्टि का प्रसार करेगी। हम वार्षिक सेमिनार के माध्यम से विषय विशेषज्ञों को भी अपना ज्ञान साझा करने के लिए आमंत्रित करेंगे। हमारे विद्यार्थियों को एलपीएआई के साथ इंटर्नशिप करने का भी मौका मिलेगा”, उन्होंने कहा।
श्री सिंह ने भी आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “आईआईएम इंदौर भारत में शीर्ष संस्थानों में से एक है और हम यह सहयोग कर के अत्यंत प्रसन्न हैं। आईआईएम इंदौर अपनी अकादमिक उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। अतः आईआईएम इंदौर के फैकल्टी द्वारा पढाए गए सत्रों के माध्यम से भूमि बंदरगाह प्राधिकरणों के सभी कर्मचारियों की क्षमता निर्माण और कौशल वृद्धि में विकास होगा। ‘इससे प्रबंधन बेहतर होगा और निस्संदेह भूमि बंदरगाहों के संचालन को अनुकूलित करने में मदद मिलेगी, जिससे व्यापार और वाणिज्य को सुगम हो सकेगा’, उन्होंने कहा।
आईआईएम इंदौर और एलपीएआई के बीच हस्ताक्षरित यह एमओयू तीन साल तक वैध है। यह भूमि बंदरगाह प्रबंधन शिक्षा के मानकों को बढ़ाने और सीमा पार सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस साझेदारी के माध्यम से, दोनों संस्थाएं भूमि बंदरगाह संचालन की दक्षता और प्रभावशीलता पर स्थायी प्रभाव डालने के लिए तैयार हैं, जिससे क्षेत्र में आर्थिक वृद्धि और विकास को बढ़ावा मिलेगा।